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कोरोना मानवीय जीवन की सबसे बड़ी संक्रामक महामारी, सिर्फ जागरूकता से ही कोरोना से बचाव

कोरोना मानवीय जीवन की सबसे बड़ी संक्रामक महामारी, सिर्फ जागरूकता से ही कोरोना से बचा जा सकता है:- मौलाना अरशद मदनी

नई दिल्ली:- कोरोना महामारी आज पूरी दुनिया के लिए खतरा बन चुकी है और इसके बढ़ते प्रभाव से आज मानवीय अस्तित्व पर सवालिया निशान लग गया है। जमीयत उलेमा हिंद पूरे विश्व में अपने सभी कार्यकर्ताओं से ये अपील करती है कि वो इस महामारी से बचाव के लिए जनहित में जारी हर चिकित्सीय सलाह पर अमल करे और ज्यादा से ज्यादा लोगो को जागरूक करे।

मौलाना मदनी ने कहा कि कोरोना के कारण कोई भी व्यक्ति जिसको थोड़ा भी अपने स्वास्थ्य को लेकर संदेह हो वो खुद को औरो से अलग करे और तुरंत सरकार द्वारा निर्देशित सहायता फोन नंबरों पर अपने स्वास्थ्य कि जानकारी साझा करे. मौलाना मदनी ने सभी धार्मिक, व्यवसायिक, सामाजिक संस्थानों को निर्देशित करते हुए कहा कि वो अपने संस्थानों को पूर्णतः सेनेटाइज करते रहे और वो किसी भी व्यक्ति जिसका भी स्वास्थ्य खराब हो उसको घर में ही रहने की अपील करे जिससे कि कोरोना के बढ़ते प्रभाव से बचाव में आसानी हो सके।

मौलाना मदनी ने कहा कि कोरोना के कारण आज पूरी दुनिया में आर्थिक रूप से कमजोर तबकों के लिए रोजी रोटी का संकट खड़ा हो गया है इसलिए जो भी सुविधा संपन्न हो वो उनकी रोजी रोटी का भी खयाल रखें और इस दौरान हर संस्थान जिससे जो भी मदद हो सके वो उसको खुले दिल से करे.

कोरोना महामारी मानवीय जीवन की त्रासदी है और इससे हम सभी को बिना किसी आर्थिक, सामाजिक और धार्मिक भेदभाव से लड़ना है।

अंत में मौलाना मदनी ने कहा कि आज जिस तरह से हम सभी ने जनता कर्फ्यू को अपनाया उसी तरह हमें इस महामारी से लड़ना होगा क्योंकि सिर्फ सतर्कता की एक मात्र बचाव है इस संक्रामक महामारी से लडने के लिए, सब एकजुट रहे और एक दूसरे के हौसले को मजबूत बनाए।

Post By Religion World