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Ram Setu be declared a national heritage monument: Vishwa Hindu Parishad

Ram Setu be declared a national heritage monument: Vishwa Hindu Parishad

New Delhi. Dec. 13, 2017. The Vishwa Hindu Parishad welcomes the statement made by American scientists, archaeologists and Discovery channel regarding “Ram Setu” being a man-made structure. The Int’l Jt. Gen Secy of VHP Dr Surendra Kumar Jain said that NASA satellite images had already pointed towards the Ram Setu being a man-made structure. These scientific findings clearly indicate that not only Ram Setu but Bhagwan shri Ram also is a part of the rich history of India.

Dr. Jain also said that these findings are a tight slap on those people who had been raising questions on the very existence of Lord Ram and used to call him a fictional character.
These people were insulting Hindu beliefs under the guise of a conspiracy to negate the existence of Shri Ram. This conspiracy was started by the British who wanted to strike at the root of Indian civilization because they knew that this root was firmly entwined with Shri Ram.

It is really shameful that even after independence some politicians and biased historians have questioned the existence of Shri Ram. All these people and the Congress President Rahul Gandhi should now apologise to the nation for the affidavit they had submitted questioning Ram’s existence.

Through the press statement issued by Shri Vinod Bansal, the national spokesperson VHP today, Dr Jain claimed that it is now certain that Ram Setu will not be demolished. VHP demands that Ram Setu be declared a heritage monument of national importance so that no one ever dares to question it again.

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रामसेतु को राष्ट्रीय ऐतिहासिक धरोहर घोषित किया जाए : विहिप 

नई दिल्ली दिसम्बर 13, 2017. विश्व हिंदू परिषद (विहिप) अमेरिकी वैज्ञानिकों, पुरातत्वविदों व डिस्कवरी चैनल के इस दावे, कि रामसेतु मानव निर्मित है, का स्वागत करती है। विहिप के अंतर्राष्ट्रीय संयुक्त महा सचिव डा सुरेन्द्र कुमार जैन ने कहा है कि नासा का सैटेलाइट इस तथ्य की ओर पहले ही संकेत कर चुका था, इन वैज्ञानिक खोजों ने यह और स्पष्ट कर दिया है कि केवल रामसेतु ही नहीं, भगवान राम भी भारत के गौरवशाली इतिहास का एक अटूट भाग हैं।

डा जैन ने कहा कि यह रिपोर्ट उन लोगों के मुंह पर करारा तमाचा है जो भगवान राम के अस्तित्व पर ही प्रश्न चिह्न लगाते थे और उनको काल्पनिक चरित्र मानते थे। वे राम को नकारने वाले एक षड्यंत्र के अंतर्गत हिंदू आस्थाओं को अपमानित कर रहे थे। अंग्रेजों के द्वारा प्रारंभ किया गया यह षड्यंत्र भारत को अपनी जड़ों से काटने का षड्यंत्र था क्योंकि उन्हें मालूम था कि भारत की जड़ें राम के साथ जुड़ी हैं। दुर्भाग्य है कि आजादी के बाद भी जिस तरह कुछ राजनीतिज्ञों और भाड़े के इतिहासकारों ने राम के अस्तित्व को नकारा वह बेहद शर्मनाक है। अब उन सबको व कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी को राम के अस्तित्व को नकारने वाले  शपथ पत्र देने के लिए देश से माफी मांगनी चाहिए।

विहिप के राष्ट्रीय प्रवक्ता श्री विनोद बंसल द्वारा जारी प्रेस वक्तव्य में डॉक्टर जैन ने दावा किया कि यह निश्चित हो गया है कि अब रामसेतु को तोड़ा नहीं जाएगा। विश्व हिंदू परिषद मांग करती है कि रामसेतु को राष्ट्रीय ऐतिहासिक धरोहर घोषित किया जाए जिससे भविष्य में कोई इस ओर उंगली उठाने का भी साहस न कर सके।

Post By Religion World