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जिस देश में सूरज अस्त नहीं होता वहां कैसे खोला जाता है रोज़ा ?

जिस देश में सूरज अस्त नहीं होता वहां कैसे खोला जाता है रोज़ा ?

रमज़ान मे महीने भर रोज़े रखे जाते है और सूर्यास्त के बाद ही रोज़े को तोड़ा जाता है. पर क्या आप ये जानते की दुनिया के कुछ ऐसे देश भी हैं जहां सूर्यास्त होता ही नहीं है ऐसे में आखिर वहां के मुसलमान कैसे रोजा़ खोलते होंगे।

कुछ देश ऐसे हैं जहां सूर्य मात्र 55 मिनट के लिए ही छिपता है तो सोचिए भला की वहां के मुसलमानों के लिए रोज़े तोड़ना कितना मुश्किल होता होगी।

लैपलैंड, फिनलैंड और स्वीडन दुनिया के उन देशों में से हैं जंहा गर्मियों मे सूरज बहुत कम वक़्त के लिए ही अस्त होता है ये तीनो ही देश काफी खूबसूरत है और घूमने के लिए बेहतरीन जगह है।

एक रिपोर्ट की मानें तो उत्तरी फ़िनलैंड में सूरज गर्मी में 55 मिनट के लिए ही छिपता है. सर्दियों में रोज़ा रखना थोड़ा आसान होता है पर गर्मियों मे उतना ही मुश्किल क्योंकि खाना तो छोड़िए पानी भी पीना मना होता है. एक निजी वेबसाइट से वहां रहने वाले मोहम्मद बताते है की “रोज़ा सुबह के 1:35 बजे शुरू हो जाता है. और फिर रात के 12:40 बजे ख़त्म होता है. यानी महज़ 55 मिनट खाने पीने के लिए मिलते हैं. पूरे 23 घंटे और 5 मिनट तक रोज़ा रहता है. वह बताते हैं मेरे दोस्त फैमिली और रिश्तेदार बांग्लादेश में रहते हैं. वो इस बात पर यकीन नहीं करते कि यहां रोज़ा 20 घंटे से ज्यादा का होता होगा.”

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कहाँ होगा सबसे लम्बा रोज़ा और कहाँ होगा सबसे छोटा रोज़ा ?

सबसे लंबा रोजा ग्रीनलैंड में 21.5 घंटे और आइसलैंड में 21 घंटे का है. वहीं सबसे छोटा रोजा अर्जेंटीना में होगा। वहां रोजा 11.32 घंटे का होगा। भारत में पहला रोजा 15.22 मिनट का होगा, जो जून के मध्य तक और भी लंबा हो जाएगा। बता दें इससे पहले इतना लंबा रोजा जून 1983 के रमजान में था। पाकिस्तान सहित कई इस्लामिक देशों में रोजे 14 घंटे के करीब के होंगे।

Post By Shweta