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जयपुर में वेद घोष और शास्त्रीय संगीत से हिंदू नव वर्ष का स्वागत

जयपुर में वेद घोष और शास्त्रीय संगीत से हिंदू नव वर्ष का स्वागत

  • पंडित छन्नू लाल मिश्र की सुरों में सराबोर हुई पिंकसिटी की जनता

गुलाबी नगरी जयपुर में नव संवत्सर का स्वागत उत्साह और उल्लास से किया गया। विभिन्न हिंदू संस्थाओं की ओर से जहां नव वर्ष के स्वागत और नवरात्र स्थापना पर कई कार्यक्रम आयोजित किए गए वहीं सरकार की ओर से भी नव संवत्सर के स्वागत में आयोजन किए गए।      

शहर के सेंट्रल पार्क में जयपुर की जनता ने सुबह-सुबह सूर्य की किरणों और नई ऊर्जा के साथ हिंदू नव वर्ष का आगाज किया। वेद घोष और शंखनाद की ध्वनि से सेंट्रल पार्क गूंज उठा जिसका अहसास आस-पास के इलाकों में भी हुआ। वेद के छात्रों द्वारा वेदघोष से कार्यक्रम का आगाज हुआ जो शास्त्रीय संगीत की स्वर लहरियों के साथ उमंग और उत्साह से भरता गया।

पंडित छन्नूलाल मिश्र ने किया मंत्रमुग्ध

शास्त्रीय संगीत के नामी बनारस के पद्म विभूषण पंडित छन्नूलाल मिश्र ने आजा सांवरिया ठुमरी पेश की तो सेंट्रल पार्क तालियों से गूंज उठा। पंडित मिश्र ने राग भैरव में भवानी दयानी, देवी स्तुति, कबीर दास की रचना, कैसे सजन घर जाएंगे, राग बरसन लगी बदरिया और बनारस की होली रचनाओं से समा बांध दिया और संगीत के सुरों और तालियों की गूंज से माहौल में नई ऊर्जा का संचार हो उठा।

नव संवत्सर का यादगार आगाज

बनारस के पंडित मिश्र के सुरों में वेष घोष और दरभंगा के दीपन पांडे के शंखवादन से जयपुर की जनता के लिए नव वर्ष की सुबह यादगार बन गई। कार्यक्रम में मौजूद लोगों और सुबह की सैर पर आई जनता के लिए यह नव वर्ष का शानदार आगाज था।

राजस्थान संस्कृत अकादमी ने किया आयोजन

राजस्थान संस्कृत अकादमी और राजस्थान संस्कृत संसद की ओर से यह आयोजन किया गया था। राजस्थान संस्कृत अकादमी की अध्यक्ष डॉ. जया दवे ने मेहमानों का सत्कार किया वहीं संस्कृत संसद के महामंत्री ने प्रतीक चिन्ह देकर सम्मान किया।

कई वीआईपी भी हुए शामिल

कार्यक्रम में कई सरकार के मंत्री समेत कई वीआईपी भी शामिल थे। सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री अरुण चतुर्वेदी समेत सम्भागीय आयुक्त, मुख्यमंत्री के सचिव, पर्यटन विभाग के संयुक्त निदेशक और कई समाजसेवी और दूसरे गणमान्य लोग इस दौरान मौजूद रहे।

रिपोर्ट- डॉ. देवेन्द्र शर्मा

ईमेल: sharmadev09@gmail.com

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