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वास्तु शास्त्र: चकला-बेलन का वास्तु में प्रभाव

आज के इस दौर में प्रत्येक व्यक्ति के जीवन में वास्तु की बहुत महत्वपूर्ण भूमिका है, हम जो भी कार्य करते हैं उसका प्रभाव हमें वास्तुशास्त्र के अनुसार ही मिलता है. वास्तु का उपयोग तो हर क्षेत्र में होता है पर क्या आप जानते हैं कि किचन में इस्तेमाल होने वाला चकला-बेलन भी वास्तु को प्रभावित करते हैं.



तो चलिए जानते हैं चकला और बेलन वास्तु को प्रभावित कैसे करता है और यह क्यों महत्वपूर्ण है…

इस दिन खरीदें चकला बेलन

वास्‍तु व‍िज्ञान के मुताबि‍क चकला-बेलन खरीदते समय भी शुभ मुहूर्त का ध्यान रखना चाहिए. अगर आप लकड़ी का चकला खरीदने जा रहे हैं तो इसे मंगलवार और शनिवार के दिन बिल्कुल भी न खरीदें. वहीं बुधवार का दिन लकड़ी या पत्‍थर का चकला-बेलन खरीदने के लिए अत्‍यंत ही शुभ होता है. इस दिन इसकी खरीदारी करने से घर में सुख-समृद्धि आती है.

रंग भी करता है प्रभावित

वास्तु शास्त्र: चकला-बेलन का वास्तु में प्रभावचकला खरीदते समय उसके कलर का भी खास ख्याल रखें. पत्थर के चकले कई अलग-अलग रंगों में आते हैं. चकला-बेलन के रंग अच्छे होने चाहिए. काले और नीले रंग के चकला-बेलन कभी ना लें. सफेद, पीले, भूरे और हरे रंग के चकला-बेलन शुभ माने जाते हैं.  लकड़ी के चकला-बेलन सबसे उत्तम माने जाते हैं.  अगर स्टील के चकला-बेलन हों तो वह शनि से प्रभावित होते हैं.

अगर आप स्टील के चकला-बेलन ही उपयोग में लाना चाहते हैं तो उपयोग से पहले चकला-बेलन पर थोड़ा दूध और कड़वा तेल छिड़कर प्रतिदिन टिशू पेपर या किसी साफ कपड़े की सहायता से साफ करें और उसके बाद ही स्टील के चकला-बेलन का उपयोग करें.

अगर आप संगमरमर के चकला-बेलन प्रयोग करते हैं तो संगमरमर चंद्र ग्रह से प्रभावित होता है. इसलिए इस चकला को इस्तेमाल से पहले एक चुटकी नमक से पोंछ दें.

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बाहरी लोगों को न सौंपें चकला-बेलन

कभी भी घर के मेहमानों को चकला-बेलन नहीं सौंपना चाहिए. केवल घर के लोग ही इसका प्रयोग कर सकते हैं. अगर आपके पड़ोसी कभी आपका चकला-बेलन मांगे तो अपने पड़ोसियों को कभी भी अपने चकला-बेलन ना दें. इससे आपके घर-परिवार में नकारात्मक ऊर्जा का वास होता है और आप भी कभी किसी और के चकला-बेलन ना लें.

चकला-बेलन गन्दा न छोड़ें

वास्तु शास्त्र: चकला-बेलन का वास्तु में प्रभावअक्सर रोटी बनाने के बाद चकला और बेलन किचन स्लैब पर ऐसे ही छोड़ देते हैं. ऐसा करना आपके परिवार पर नकारात्मक प्रभाव लाता है. रोटी बनाने के बाद कभी भी चकला बेलन को गंदा नहीं छोड़ना चाहिए. ऐसा करने से परिवार के सदस्यों को रोग और धन की हानि हो सकती हैं.

हमेशा सुखा कर रखें

चकला-बेलन धोने के बाद हम अक्सर उसे गीला छोड़ देते हैं. लेकिन यह सही नहीं है को हमेशा सूखा के रखना चाहिए गलती से भी उसे गीला न छोड़ें. न ही चकला को कभी भी उल्टा रखें. आटे के ड्रम या बर्तनों के बीच में इसे कभी ना रखें इससे धन की हानि होती हैं.



असंतुलित चकला न लें

चकला जब भी खरीदें अच्छा और मजबूत ही खरीदें. और चकला खरीदते समय यह भी जांच कर लें कि चकला आपके लिए सही है अथवा नहीं. चकला में किसी तरफ से कोई असंतुलन हुआ तो वह रोटी बनाते समय परेशानी करेगा. जोकि घर की सुख-समृद्धि के लिए ठीक नहीं माना जाता है.  अगर उसमें आवाज़ आती है तो रोटी बेलते समय कोशिश करें उससे आवाज न आए इसके लिए चकले के नीचे कपड़ा भी रखा जा सकता है. वास्तु की मानें तो चकले से जो आवाज आती हैं वो धनहानि का कारण बनती हैं.

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Post By Shweta