हर धर्म शांति सिखाता है, फिर टकराव क्यों?

हर धर्म शांति सिखाता है, फिर टकराव क्यों? दुनिया का कोई भी धर्म खोलकर देखिए, उसकी मूल शिक्षा में शांति, प्रेम, करुणा और सह-अस्तित्व ही मिलेगा। फिर भी इतिहास से लेकर वर्तमान तक, हम बार-बार धर्म के नाम पर टकराव, हिंसा और विभाजन देखते हैं। यह प्रश्न इसलिए महत्वपूर्ण है कि समस्या धर्म में है या हमारी धर्म को समझने की प्रक्रिया में? धर्म का मूल संदेश: एक समान आधार हिंदू धर्म “वसुधैव कुटुम्बकम्” की… Continue reading हर धर्म शांति सिखाता है, फिर टकराव क्यों?

 December 23, 2025

आज के युग में फैसले गुरु लेते हैं… या तालियाँ?

आज के युग में फैसले गुरु लेते हैं… या तालियाँ? आज का युग सूचना का युग है, लेकिन साथ ही यह प्रदर्शन और तालियों का युग भी बन चुका है। कभी समाज की दिशा गुरु, संत, शिक्षक और विचारक तय करते थे। उनके शब्द अनुभव, तप और विवेक से जन्म लेते थे। पर आज सवाल उठता है — क्या फैसले अब भी गुरु लेते हैं, या फिर तालियों की गूंज ही सत्य और दिशा तय… Continue reading आज के युग में फैसले गुरु लेते हैं… या तालियाँ?

 December 23, 2025

मंदिर, मस्जिद और चर्च से पहले मन का द्वार क्यों ज़रूरी है?

मंदिर, मस्जिद और चर्च से पहले मन का द्वार क्यों ज़रूरी है? धर्म के मार्ग पर चलते हुए मनुष्य अक्सर मंदिर, मस्जिद और चर्च के द्वार तक तो पहुँच जाता है, लेकिन क्या वह अपने मन के द्वार तक भी पहुँच पाता है? यह प्रश्न आज के समय में और भी अधिक प्रासंगिक हो गया है, जब धार्मिक पहचान तो प्रबल है, पर करुणा, शांति और आत्मचिंतन की कमी दिखाई देती है। सच्चा धर्म केवल… Continue reading मंदिर, मस्जिद और चर्च से पहले मन का द्वार क्यों ज़रूरी है?

 December 23, 2025

In Which Countries Is Christmas Celebrated, Including India?

In Which Countries Is Christmas Celebrated, Including India? Christmas is one of the most widely celebrated festivals in the world. Observed every year on December 25, it commemorates the birth of Jesus Christ, a central figure in Christianity. While Christmas has religious roots, its message of love, peace, and goodwill has made it a global celebration embraced by people of many cultures and faiths. From India to Europe, the Americas to Africa, Christmas is celebrated… Continue reading In Which Countries Is Christmas Celebrated, Including India?

 December 22, 2025

Why Is Christmas Celebrated? Its Religious and Spiritual Significance

Why Is Christmas Celebrated? Its Religious and Spiritual Significance Christmas is celebrated every year on December 25 to commemorate the birth of Jesus Christ, one of the most influential spiritual figures in human history. For Christians, Christmas marks the arrival of the Son of God, sent to guide humanity toward love, faith, and salvation. Over time, Christmas has grown beyond a single religious observance and has become a global celebration of hope, compassion, and peace.… Continue reading Why Is Christmas Celebrated? Its Religious and Spiritual Significance

 December 22, 2025

Is Mental Peace Possible Without Medication? What Does Meditation Say?

Is Mental Peace Possible Without Medication? What Does Meditation Say? In today’s fast-paced and stressful world, mental health challenges such as anxiety, restlessness, and emotional exhaustion have become increasingly common. Many people immediately turn to medication in search of relief. But an important question arises: Is mental peace possible without medication? Ancient wisdom and modern research both point toward meditation as a powerful, natural path to inner calm. This article explores what meditation says about… Continue reading Is Mental Peace Possible Without Medication? What Does Meditation Say?

 December 20, 2025

प्राचीन ऋषियों का ध्यान आज भी उतना प्रभावी क्यों है?

प्राचीन ऋषियों का ध्यान आज भी उतना प्रभावी क्यों है? आज की तेज़ रफ्तार, तनावपूर्ण और तकनीक-प्रधान जीवनशैली में लोग शांति, संतुलन और मानसिक स्थिरता की तलाश में हैं। इसी खोज में जब आधुनिक विज्ञान और मनोविज्ञान भी सीमित उत्तर देता है, तब मानव जाति फिर से प्राचीन भारतीय ऋषियों के ध्यान-मार्ग की ओर लौटती दिखाई देती है। प्रश्न यह है कि हज़ारों वर्ष पहले विकसित किया गया ऋषियों का ध्यान आज भी उतना ही… Continue reading प्राचीन ऋषियों का ध्यान आज भी उतना प्रभावी क्यों है?

 December 20, 2025

योग और ध्यान करने वाले लोग ज़्यादा शांत क्यों होते हैं?

योग और ध्यान करने वाले लोग ज़्यादा शांत क्यों होते हैं? आज की तेज़ रफ्तार ज़िंदगी में तनाव, चिंता और मानसिक अशांति आम हो गई है। ऐसे समय में हम अक्सर देखते हैं कि जो लोग नियमित रूप से योग और ध्यान करते हैं, वे अपेक्षाकृत अधिक शांत, संतुलित और सकारात्मक रहते हैं। सवाल यह है कि आख़िर योग और ध्यान मनुष्य को इतना शांत क्यों बना देते हैं? क्या यह केवल विश्वास है, या… Continue reading योग और ध्यान करने वाले लोग ज़्यादा शांत क्यों होते हैं?

 December 20, 2025

वैष्णव परंपरा, राष्ट्र और समाज को जोड़ने वाला आचार्य नेतृत्व: श्री पुंडरीक गोस्वामी महाराज

वैष्णव परंपरा, राष्ट्र और समाज को जोड़ने वाला आचार्य नेतृत्व: श्री पुंडरीक गोस्वामी महाराज वृंदावन की पावन भूमि से निकले, राधा-कृष्ण भक्ति परंपरा के प्रख्यात स्तंभ श्री पुंडरीक गोस्वामी महाराज आज भारत ही नहीं, विश्व स्तर पर वैष्णव धर्म, संस्कार और आध्यात्मिक चेतना के प्रभावशाली प्रतिनिधि के रूप में प्रतिष्ठित हैं। भागवत कथा, रामकथा और गोपीगीत के मधुर एवं शास्त्रसम्मत वक्ता के रूप में उनकी पहचान स्थापित है, वहीं वे राधारमण मंदिर के 38वें आचार्य… Continue reading वैष्णव परंपरा, राष्ट्र और समाज को जोड़ने वाला आचार्य नेतृत्व: श्री पुंडरीक गोस्वामी महाराज

 December 19, 2025

दुनिया में कष्ट: ईश्वर की इच्छा या मनुष्य के कर्म?

दुनिया में कष्ट: ईश्वर की इच्छा या मनुष्य के कर्म? मनुष्य के मन में सबसे पुराना और सबसे गहरा प्रश्न यही रहा है—अगर ईश्वर सर्वशक्तिमान और दयालु है, तो फिर संसार में इतना दुःख और कष्ट क्यों है?यह प्रश्न केवल दर्शन का नहीं, बल्कि हर उस व्यक्ति का है जिसने जीवन में पीड़ा, अन्याय या हानि का अनुभव किया है। क्या यह सब ईश्वर की इच्छा है, या फिर मनुष्य के अपने कर्मों का परिणाम?… Continue reading दुनिया में कष्ट: ईश्वर की इच्छा या मनुष्य के कर्म?

 December 19, 2025

सब्र इस्लाम में इतना अहम क्यों माना गया है?

सब्र इस्लाम में इतना अहम क्यों माना गया है? इस्लाम केवल इबादतों का धर्म नहीं, बल्कि जीवन को संतुलित, शांत और उद्देश्यपूर्ण बनाने का मार्ग है। इस मार्ग में जिस गुण को सबसे अधिक महत्व दिया गया है, वह है सब्र (धैर्य)। क़ुरआन और हदीस में सब्र को ईमान की नींव कहा गया है। प्रश्न यह है कि इस्लाम में सब्र को इतना अहम क्यों माना गया है? और सब्र इंसान के जीवन को कैसे… Continue reading सब्र इस्लाम में इतना अहम क्यों माना गया है?

 December 19, 2025

कर्म का सिद्धांत: अच्छे और बुरे कर्म का वास्तविक परिणाम क्या है?

कर्म का सिद्धांत: अच्छे और बुरे कर्म का वास्तविक परिणाम क्या है? भारतीय दर्शन में कर्म का सिद्धांत जीवन का सबसे गहरा और प्रभावशाली नियम माना गया है। यह सिद्धांत केवल धर्म तक सीमित नहीं, बल्कि जीवन के हर क्षेत्र को प्रभावित करता है। सरल शब्दों में कहा जाए तो—जैसा कर्म, वैसा फल। लेकिन क्या कर्म का परिणाम हमेशा तुरंत मिलता है? क्या अच्छे कर्मों का फल हमेशा सुख और बुरे कर्मों का फल दुःख… Continue reading कर्म का सिद्धांत: अच्छे और बुरे कर्म का वास्तविक परिणाम क्या है?

 December 18, 2025