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जैन संत आचार्य लोकेश ‘भारत समाज रत्न अवार्ड’ से सम्मानित

जैन संत आचार्य लोकेश ‘भारत समाज रत्न अवार्ड’ से सम्मानित

  • ’शांति व साम्प्रदायिक सद्भावना’ के क्षेत्र में आचार्य लोकेश का महत्वपूर्ण योगदान – मुख्तार अब्बास नकवी
  • मीडिया की राष्ट्र व समाज विकास में महत्वपूर्ण भूमिका – आचार्य लोकेश

नई दिल्ली : केन्द्रीय अल्पसंख्यक मंत्री श्री मुख्त्तार अब्बास नकवी ने अहिंसा विश्व भारती के संस्थापक परम पूज्य जैन आचार्य डा. लोकेश मुनि को ‘भारत समाज रत्न अवार्ड’ सम्मान से शांति व साम्प्रदायिक सद्भावना’ के क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान के लिए  सम्मानित किया। मीडिया हाउस 24×7 ने लोदी रोड स्थित इन्डियन इस्लामिक कल्चरल सेंटर में आचार्य लोकेश को समाज व राष्ट्र में शांति, सद्भावना, प्रेम, भक्ति के क्षेत्र में निरंतर प्रयासरत रहने व उनकी उल्लेखनीय आध्यात्मिक निष्ठा व समर्पण के लिए अति प्रतिष्ठित सम्मान से अलंकृत किया। केन्द्रीय अल्पसंख्यक मंत्री श्री मुख्त्तार अब्बास नकवी ने शाल ओढ़ाकर प्रतीक चिन्ह व प्रशस्ति पत्र भेंट कर आचार्य लोकेश को भारत समाज रत्न अवार्ड सम्मान से अलंकृत किया। 

अहिंसा विश्व भारती के संस्थापक आचार्य लोकेश मुनि ने अपने संबोधन में कहा कि, “समाज व राष्ट्र में विकास का माहौल बनाये रखने में, सभी वर्गों को सामान अधिकार दिलाने में, राष्ट्र हित में हो रहे कार्यों को आगे लाने में, अनैतिक कार्यों के खिलाफ आवाज उठाने में मीडिया का महत्वपूर्ण योगदान है। आचार्य लोकेश ने कहा कि साम्प्रदायिक सद्भाव, विश्व शांति व आपसी भाईचारा बनाये रखने के लिए उनको मीडिया का और अधिक साथ चाहिए। राष्ट्र व विश्व शांति तभी संभव है जब मीडिया के माध्यम से सर्वधर्म एकता, साम्प्रदायिक सद्भावना व विश्व शांति का सन्देश जन जन तक पहुंचेगा”। 

केन्द्रीय अल्पसंख्यक मंत्री श्री मुख्त्तार अब्बास नकवी ने आचार्य लोकेश को सम्मानित करते हुए कहा कि, “विश्व शांति और साम्प्रदायिक सद्भावना के क्षेत्र में आचार्य लोकेश मुनि ने एक मिसाल कायम की है। विश्व के अनेक मंचो ने आचार्य लोकेश को विश्व शांति का पुरुस्कार दिया है, आज वो सम्पूर्ण विश्व में शांति दूत के नाम से जाने जाते है। उन्हें सम्मानित करते हुए हम स्वयं सम्मानित हो रहे है”। उन्होंने कहा कि आचार्य लोकेश के विश्व शांति व सद्भावना के प्रयासों के लिए हम सदैव उनके साथ खड़े है 

इस अवसर पर पूरे देश से विशिष्ट लोग बड़ी संख्या में भी उपस्थित थे। 

Post By Religion World