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पृथ्वी का अस्तित्व हमारे बिना सम्भव है परन्तु हमारा जीवन पृथ्वी के बिना असम्भव – स्वामी चिदानन्द सरस्वती

पृथ्वी का अस्तित्व हमारे बिना सम्भव है परन्तु हमारा जीवन पृथ्वी के बिना असम्भव – स्वामी चिदानन्द सरस्वती

ऋषिकेश, 23 अप्रैल। विश्व पृथ्वी दिवस के अवसर पर परमार्थ निकेेतन आश्रम के परमाध्यक्ष, गंगा एक्शन परिवार के प्रणेता एवं ग्लोबल इण्टरफेथ वाश एलायंस के संस्थापक पूज्य स्वामी चिदानन्द सरस्वती जी महाराज ने विभिन्न स्कूलों से परमार्थ निकेतन आये विदेशी छात्रों, देहरादून, त्रषिकेश से आये छात्रों को पर्यावरण संरक्षण के लिये प्रेरित किया।

स्वामी जी महाराज की प्रेरणा से परमार्थ निकेतन, गंगा एक्शन परिवार और ग्लोबल इण्टरफेथ वाश एलांयस (जीवा) के संयुक्त तत्वाधान में चैदह बीघा क्षेत्र में स्वच्छता रैली का आयोजन किया गया। जिसम सरस्वती बालिका विद्या मन्दिर इण्टर कालेज, एस के पवार विद्या मन्दिर, महिला संगठन ढालवाला एवं अन्य संगठनों ने सहभाग किया। स्वच्छता रैली में लोगों को जोड़ने हेतु स्वच्छता नारे, स्वच्छता बैनर, झण्डे लेकर स्कूली छात्रों ने स्वच्छता जन जागरण रैली निकाली गयी।

स्वामी चिदानन्द सरस्वती जी महाराज ने विश्व पृथ्वी दिवस के अवसर पर विश्व के अनेक देशांे से आये छात्र-छात्राओं को संकल्प करवाया कि ’हम सब मिलकर विश्व को खुले में शौच मुक्त बनायेगे, स्वच्छ गांव या शहर की शुरूआत अपने मुहल्ले से करेंगे क्योंकि मुहल्ला बदलेगा तो मुल्क बदलेगा, प्लास्टिक आदि का उपयोग बन्द करेंगे, झोला आन्दोलन में सहयोग करेंगे, हर शुभ अवसर जन्मदिन, वैवाहिक वर्षगांठ हर, पर्व एवं उत्सव पर पेड़ लगायेंगे, लगे हुओं को बचायेंगे।

स्वामी चिदानन्द सरस्वती जी महाराज ने कहा कि ’सम्पूर्ण ब्रह्मण्ड में केवल पृथ्वी ही ऐसा ग्रह है जिस पर जीवन संभव है। यह ईश्वर प्रदत्त उपहार है हमारे लिये, पृथ्वी को हमारी आवश्यकता नहीं है परन्तु हमारे जीवन की कल्पना पृथ्वी के बिना असम्भव है। अतः प्रभु प्रदत्त इस अनमोल उपहार को सुरक्षित रखना नितंात आवश्यक है।’ स्वामी जी महाराज ने गंगा सहित अन्य भारत की नदियों के विषय में चर्चा करते हुये बताया कि पश्चिम बंगाल राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड द्वारा जारी रिपोर्ट के अनुसार गंगा सहित 17 अन्य नदियों में मानव मल में पायी जाने वाली कोलिफाॅर्म बैक्टीरिया की संख्या केन्द्रीय निंयत्रण बोर्ड द्वारा निर्धारित संख्या 500 से बहुत अधिक है। केन्द्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की दिशानिर्देश के अनुसार प्रति 100 एम एल जल में  कोलिफाॅर्म बैक्टीरिया की संख्या या टोटल कोलिफाॅर्म काउंट 500 से अधिक नहीं होनी चहिये। स्वामी जी ने कहा अब समय आ गया है कि पहले पर्यावरणीय सुरक्षा पर ध्यान दिया जायें फिर स्वयं की सुरक्षा के विषय में विचार किया जायें। उन्होने बढ़ते हुये तापमान पर चिंता व्यक्त करते हुये कहा कि वनों की कटाई और बढ़ाती औद्योगिकीकरण के कारण शाश्वत जीवन पर भी खतरा मंडरा रहा है।’

स्वामी जी महाराज ने सभी से प्लास्टिक का प्रयोग न करने की अपील की साथ ही वृहद स्तर पर वृक्षारोपण करने का आह्वान किया।

विश्व पृथ्वी दिवस पर स्वामी जी महाराज के सान्निध्य में कई देशों से आये साधको, योगा जिज्ञासुओं एवं देहरदून हिल ऐकेडमी के छात्रों एवं अध्यापक श्रीमती सीमा सिहं, युधिष्टिर पवन सिहं ने वाटर ब्लेसिंग सेरेमनी सम्पन्न की। स्वामी जी ने सभी को पर्यावरण संरक्षण का संकल्प कराया। साथ ही  पर्यावरण संरक्षण का प्रतीक रूद्राक्ष के पौधे का रोपण किया।

आज की दिव्य गंगा आरती के माध्यम से पूज्य स्वामी चिदानन्द सरस्वती जी महाराज के देश विदेश से आये छात्रों एवं अनुयायियों को ’स्वच्छ ग्रह, स्वस्थ विश्व’ हेतु संकल्प करने का सन्देश भिजवाया।

 

Post By Shweta