The Law of Karma – What You Sow, You Reap

The Law of Karma – What You Sow, You Reap In every corner of the world, people wonder why life unfolds the way it does. Why do some experience happiness while others face endless challenges? Why do good people sometimes suffer and those who harm others appear to succeed?The answer to these eternal questions lies in one universal principle — the Law of Karma. The word Karma comes from the ancient Sanskrit root “Kri”, meaning… Continue reading The Law of Karma – What You Sow, You Reap

 October 27, 2025

One God, Many Forms – The Eternal Unity Behind All Religions

One God, Many Forms – The Eternal Unity Behind All Religions For thousands of years, humankind has sought the Divine — sometimes in temples, sometimes in mosques, and sometimes in churches or shrines scattered across the world. Yet, behind every symbol, idol, or sacred name lies one timeless question: Is God one, or are there many gods? The truest answer, whispered through the ages, is simple yet profound — God is One. Humanity may perceive… Continue reading One God, Many Forms – The Eternal Unity Behind All Religions

 October 27, 2025

Independence Day 2025: स्वतंत्रता संग्राम में संतों और आध्यात्मिक गुरुओं का योगदान

Independence Day 2025: स्वतंत्रता संग्राम में संतों और आध्यात्मिक गुरुओं का योगदान भारत का स्वतंत्रता संग्राम केवल राजनीतिक नेताओं का प्रयास नहीं था, बल्कि इसमें संतों, आध्यात्मिक गुरुओं और समाज-सुधारकों की भूमिका भी उतनी ही महत्वपूर्ण रही। इन महान विभूतियों ने अपने उपदेशों, आंदोलनों और जन-जागरण से लोगों में स्वतंत्रता की भावना जगाई और उन्हें साहस, त्याग और बलिदान के मार्ग पर चलने के लिए प्रेरित किया। 1. स्वामी विवेकानंद विवेकानंद जी ने युवाओं में… Continue reading Independence Day 2025: स्वतंत्रता संग्राम में संतों और आध्यात्मिक गुरुओं का योगदान

 August 11, 2025

Balram Jayanti 2025: बलराम जी का जन्मदिन कब और क्यों मनाया जाता है?

Balram Jayanti 2025: बलराम जी का जन्मदिन कब और क्यों मनाया जाता है? तिथि: 14 अगस्त 2025, गुरुवारपक्ष: श्रावण मास, पूर्णिमा तिथि (पौर्णिमा) भारत की धार्मिक परंपराओं में भगवान श्रीकृष्ण का नाम तो लगभग हर कोई जानता है, लेकिन उनके बड़े भाई भगवान बलराम का महत्व भी उतना ही अद्वितीय है। बलराम जयंती का पर्व उनके अवतरण दिवस के रूप में मनाया जाता है। यह दिन न केवल आध्यात्मिक दृष्टि से खास है बल्कि कृषि,… Continue reading Balram Jayanti 2025: बलराम जी का जन्मदिन कब और क्यों मनाया जाता है?

 August 11, 2025

Raksha Bandhan 2025: तिथि, शुभ मुहूर्त और आध्यात्मिक महत्व

Raksha Bandhan 2025: तिथि, शुभ मुहूर्त और आध्यात्मिक महत्व रक्षाबंधन, भाई-बहन के प्रेम और सुरक्षा के अटूट बंधन का पर्व है। यह पर्व हर साल श्रावण मास की पूर्णिमा को मनाया जाता है, जब बहनें अपने भाइयों की कलाई पर राखी बाँधती हैं और उनकी लंबी उम्र और सुख-समृद्धि की कामना करती हैं। भाई भी अपनी बहन की रक्षा का वचन देते हैं। रक्षाबंधन 2025 की तिथि साल 2025 में रक्षाबंधन का पर्व शनिवार, 9… Continue reading Raksha Bandhan 2025: तिथि, शुभ मुहूर्त और आध्यात्मिक महत्व

 August 6, 2025

कटे सिर की कथा: खाटू श्याम जी का रहस्य Full Video

कटे सिर की कथा: खाटू श्याम जी का रहस्य Full Video भारतवर्ष की धर्म और आस्था की भूमि पर अनेकों चमत्कारी कथाएं प्रचलित हैं। इन्हीं में से एक अत्यंत अद्भुत कथा है खाटू श्याम जी की, जिनका वास्तविक नाम बर्बरीक था। यह कथा न केवल भक्ति का प्रतीक है, बल्कि त्याग, संकल्प और श्रीकृष्ण के प्रति समर्पण की अनूठी मिसाल भी है। इस लेख में हम जानेंगे कि कैसे एक कटा हुआ सिर पूरे महाभारत… Continue reading कटे सिर की कथा: खाटू श्याम जी का रहस्य Full Video

 July 16, 2025

इतिहास से भी पुराना धर्म – क्या है इसका रहस्य? Full Video

इतिहास से भी पुराना धर्म – क्या है इसका रहस्य? Full Video जब हम इतिहास की बात करते हैं, तो हमारे दिमाग़ में प्राचीन सभ्यताओं जैसे सिंधु घाटी, मिस्र, या मेसोपोटामिया का ज़िक्र आता है। लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि कुछ धर्म ऐसे भी हैं, जिनका अस्तित्व इतिहास के लिखे जाने से भी पहले का है? ऐसे धर्म न तो किताबों में शुरू हुए थे, न ही किसी एक व्यक्ति द्वारा बनाए गए… Continue reading इतिहास से भी पुराना धर्म – क्या है इसका रहस्य? Full Video

 July 15, 2025

कांवड़ यात्रा सावन में ही क्यों होती है? Video

कांवड़ यात्रा सावन में ही क्यों होती है? Video भारत में कांवड़ यात्रा एक अनोखी धार्मिक परंपरा है, जो सावन के महीने में लाखों शिवभक्तों को भगवान शिव की ओर खींच लाती है। हर वर्ष यह यात्रा विशेष रूप से श्रावण मास में की जाती है, जब श्रद्धालु उत्तर भारत के पवित्र स्थलों जैसे हरिद्वार, गंगोत्री, गौमुख या सुलतानगंज से गंगाजल लेकर अपने नजदीकी शिव मंदिरों तक पहुंचते हैं और शिवलिंग पर जल चढ़ाते हैं।… Continue reading कांवड़ यात्रा सावन में ही क्यों होती है? Video

 July 9, 2025

सिद्धियाँ क्यों मिलती हैं? क्या ये अध्यात्म में बाधा हैं या साधना का फल? Video

सिद्धियाँ क्यों मिलती हैं? क्या ये अध्यात्म में बाधा हैं या साधना का फल? Video जब कोई व्यक्ति ईमानदारी और निरंतरता से साधना करता है, तो उसके जीवन में कुछ असामान्य अनुभव आने लगते हैं – जिनमें से एक होती हैं ‘सिद्धियाँ’। लेकिन प्रश्न यह उठता है कि सिद्धियाँ क्यों आती हैं? क्या वे हमारे आध्यात्मिक मार्ग में सहायक होती हैं या एक बड़ी बाधा बन सकती हैं? सिद्धियाँ क्या होती हैं? सिद्धियाँ वो विशेष… Continue reading सिद्धियाँ क्यों मिलती हैं? क्या ये अध्यात्म में बाधा हैं या साधना का फल? Video

 July 8, 2025

रावण ने कांवड़ यात्रा क्यों की और उसे क्या मिला?

रावण ने कांवड़ यात्रा क्यों की और उसे क्या मिला? रावण, लंका का राजा, केवल एक राक्षस नहीं बल्कि भगवान शिव का परम भक्त भी था। उसने शिव को प्रसन्न करने के लिए अनेक बार कठिन तपस्याएँ कीं। रावण का उद्देश्य केवल भक्ति नहीं था — वह शिव से अमरता, अजेयता और ब्रह्मांडीय शक्ति प्राप्त करना चाहता था। इसी लालसा में उसने एक विशेष निर्णय लिया — हिमालय से गंगाजल लाकर शिवलिंग पर अभिषेक करना,… Continue reading रावण ने कांवड़ यात्रा क्यों की और उसे क्या मिला?

 July 5, 2025

गौरी व्रत 2025: कन्याएं गौरी व्रत क्यों करती हैं?

गौरी व्रत 2025: कन्याएं गौरी व्रत क्यों करती हैं? गौरी व्रत एक अत्यंत पवित्र और श्रद्धा से भरा हुआ व्रत है, जिसे विशेष रूप से कुंवारी कन्याएं भगवान शिव और माँ पार्वती की कृपा पाने के लिए करती हैं। यह व्रत देवी पार्वती के उस रूप की आराधना है, जिसमें उन्होंने कठोर तप करके भगवान शिव को अपने पति रूप में प्राप्त किया था। यह व्रत कन्याओं को एक सुयोग्य, धर्मपरायण और समझदार जीवनसाथी प्राप्त… Continue reading गौरी व्रत 2025: कन्याएं गौरी व्रत क्यों करती हैं?

 July 1, 2025

चातुर्मास में साधु-संत यात्रा क्यों रोक देते हैं? 

चातुर्मास में साधु-संत यात्रा क्यों रोक देते हैं? चातुर्मास — यह शब्द सुनते ही मन में एक पवित्र ठहराव, तप और आत्मचिंतन की छवि बनती है। यह वह विशेष अवधि है जब साधु-संत, जो वर्ष भर धर्म प्रचार और ज्ञान यात्रा में लगे रहते हैं, अचानक रुक जाते हैं। वे चार महीनों तक एक ही स्थान पर टिक जाते हैं।परंतु प्रश्न यह है — आख़िर क्यों?क्या इसका कारण केवल ऋतु परिवर्तन है या इसमें कोई… Continue reading चातुर्मास में साधु-संत यात्रा क्यों रोक देते हैं? 

 June 30, 2025