New Year 2026: Major Temples Across India Issue Special Rules for Devotees

New Year 2026: Major Temples Across India Issue Special Rules for Devotees Mahakal, Vaishno Devi, Shirdi, Banke Bihari, Siddhivinayak, Tirupati Among Shrines Implementing Crowd-Control Measures As India welcomes the New Year, major temples across the country have announced special guidelines and restrictions to manage the unprecedented rush of devotees expected during the year-end and New Year period. From Jyotirlingas and Shakti Peethas to Vaishnav and Ganesh temples, authorities have tightened security, revised darshan systems, and… Continue reading New Year 2026: Major Temples Across India Issue Special Rules for Devotees

 December 30, 2025

नया साल मनाने की परंपरा कहां से शुरू हुई?

नया साल मनाने की परंपरा कहां से शुरू हुई? आज नया साल आते ही लोग जश्न मनाते हैं, शुभकामनाएँ देते हैं और नए संकल्प लेते हैं। लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि नया साल मनाने की परंपरा आखिर शुरू कहां से हुई? क्या यह केवल आधुनिक समय की देन है, या इसके पीछे एक लंबा ऐतिहासिक और सांस्कृतिक सफर छिपा है? आइए इस परंपरा की जड़ों को समझते हैं। समय की गणना और नया… Continue reading नया साल मनाने की परंपरा कहां से शुरू हुई?

 December 30, 2025

आने वाले समय में मेष से कर्क राशि वालों का क्या होगा?

आने वाले समय में मेष से कर्क राशि वालों का क्या होगा? ज्योतिष शास्त्र के अनुसार ग्रहों की चाल हमारे जीवन के कई पहलुओं को प्रभावित करती है। आने वाला समय कई राशियों के लिए बदलाव, अवसर और आत्ममंथन लेकर आ रहा है। विशेष रूप से मेष से कर्क राशि वालों के लिए यह समय कुछ महत्वपूर्ण सीख और नए रास्ते खोल सकता है। आइए जानते हैं आने वाले समय में इन चार राशियों का… Continue reading आने वाले समय में मेष से कर्क राशि वालों का क्या होगा?

 December 30, 2025

इस्लाम देश क्यों नहीं मानते नया साल ?

इस्लाम देश क्यों नहीं मानते नया साल ? दुनिया के कई देशों में 1 जनवरी को नया साल बड़े उत्साह और जश्न के साथ मनाया जाता है। आतिशबाज़ी, पार्टियाँ, शुभकामनाएँ और नई शुरुआत के संकल्प—ये सब आधुनिक नववर्ष उत्सव का हिस्सा बन चुके हैं। लेकिन जब बात इस्लाम धर्म की आती है, तो अक्सर यह सवाल उठता है कि मुस्लिम समाज नए साल का जश्न क्यों नहीं मनाता? क्या यह सिर्फ परंपरा का मामला है… Continue reading इस्लाम देश क्यों नहीं मानते नया साल ?

 December 30, 2025

वाराणसी का आध्यात्मिक अनुभव: घाट और मंदिरों में संस्कृति की छाप

वाराणसी का आध्यात्मिक अनुभव: घाट और मंदिरों में संस्कृति की छाप भारत की सांस्कृतिक और आध्यात्मिक पहचान में वाराणसी (काशी) का स्थान अद्वितीय है। यह शहर न केवल गंगा नदी के पवित्र घाटों के लिए प्रसिद्ध है, बल्कि यहाँ के मंदिर, कला, संगीत और जीवनशैली में भारतीय संस्कृति की गहराई और विविधता झलकती है। वाराणसी का आध्यात्मिक अनुभव सिर्फ़ धार्मिक कर्मकांड तक सीमित नहीं है, बल्कि यह जीवन की दृष्टि, कला और मानवता की समझ… Continue reading वाराणसी का आध्यात्मिक अनुभव: घाट और मंदिरों में संस्कृति की छाप

 December 29, 2025

वैश्विक आध्यात्मिक आंदोलन: क्या यह शांति की कुंजी है?

वैश्विक आध्यात्मिक आंदोलन: क्या यह शांति की कुंजी है? आज के दौर में जब दुनिया भर में तनाव, असमानता और संघर्ष बढ़ रहे हैं, तब वैश्विक आध्यात्मिक आंदोलन (Global Spiritual Movements) शांति और मानवता के लिए एक नई दिशा प्रस्तुत कर रहे हैं। ये आंदोलन न केवल व्यक्तिगत जीवन में मानसिक शांति लाने का काम करते हैं, बल्कि समाज में मानवाधिकार (Human Rights) और सामाजिक न्याय की अवधारणा को भी मजबूत करते हैं। आध्यात्मिक आंदोलन… Continue reading वैश्विक आध्यात्मिक आंदोलन: क्या यह शांति की कुंजी है?

 December 29, 2025

तनाव भरी ज़िंदगी में राजयोग मेडिटेशन की भूमिका क्या है?

तनाव भरी ज़िंदगी में राजयोग मेडिटेशन की भूमिका क्या है? आज की तेज़ रफ्तार ज़िंदगी में तनाव लगभग हर व्यक्ति का हिस्सा बन चुका है। काम का दबाव, पारिवारिक ज़िम्मेदारियाँ, भविष्य की चिंता, प्रतिस्पर्धा और डिजिटल जीवनशैली ने मन को अशांत कर दिया है। बाहरी सुविधाएँ बढ़ी हैं, लेकिन आंतरिक शांति कम होती जा रही है। ऐसे समय में राजयोग मेडिटेशन मन को स्थिर और शांत करने का एक सरल व प्रभावी माध्यम बनकर सामने… Continue reading तनाव भरी ज़िंदगी में राजयोग मेडिटेशन की भूमिका क्या है?

 December 29, 2025

How to Join Chinmaya Mission: A Step-by-Step Guide

How to Join Chinmaya Mission: A Step-by-Step Guide By Religion World | www.religionworld.in Chinmaya Mission is a global spiritual and educational movement founded in 1953 by Swami Chinmayananda Saraswati. The Mission focuses on the study and practice of Vedanta, character building, spiritual education, and service to society. It operates through centres across India and in more than 25 countries. Joining Chinmaya Mission does not require renouncing worldly life. Individuals can participate as members, volunteers, students,… Continue reading How to Join Chinmaya Mission: A Step-by-Step Guide

 December 27, 2025

How to Join Brahma Kumaris: A Complete Guide for Beginners

How to Join Brahma Kumaris: A Complete Guide for Beginners By Religion World | www.religionworld.in The Brahma Kumaris World Spiritual University (BKWSU) is a global spiritual movement focused on Rajyoga meditation, self-transformation, and values-based living. Founded in 1937 by Brahma Baba (Lekhraj Kripalani), the organization emphasizes inner peace, clarity of thought, and spiritual empowerment in daily life. If you’re exploring how to join Brahma Kumaris, this guide explains the process, lifestyle, eligibility, and what to… Continue reading How to Join Brahma Kumaris: A Complete Guide for Beginners

 December 27, 2025

How to Join ISKCON?

How to Join ISKCON? A Step-by-Step Guide for Spiritual Seekers By Religion World | www.religionworld.in In a fast-paced, pleasure-driven world where attention is fragmented and purpose often feels outsourced, many individuals are rediscovering the timeless pull of spirituality. One such path that continues to attract seekers across generations and geographies is the International Society for Krishna Consciousness (ISKCON). Founded in 1966 by His Divine Grace A.C. Bhaktivedanta Swami Prabhupada, ISKCON is not just a religious… Continue reading How to Join ISKCON?

 December 27, 2025

मंदिर से मंच तक: क्या कथा वाचन का स्वरूप बदल गया है?

मंदिर से मंच तक: क्या कथा वाचन का स्वरूप बदल गया है? भारतीय संस्कृति में कथा वाचन केवल शब्दों का प्रवाह नहीं, बल्कि आस्था, अनुभूति और आत्मिक संवाद का माध्यम रहा है। कभी कथा मंदिर के प्रांगण में, पीपल की छाँव में या गाँव की चौपाल पर सुनी जाती थी। वहाँ शोर नहीं, सजावट नहीं, बल्कि शांति और श्रद्धा होती थी। आज जब कथा बड़े मंचों, चमकदार रोशनी और कैमरों के बीच होती दिखाई देती… Continue reading मंदिर से मंच तक: क्या कथा वाचन का स्वरूप बदल गया है?

 December 27, 2025

युवा संतों की दशा-दिशा – भारत के नए धर्मगुरूओं की पड़ताल

युवा संतों की दशा-दिशा Bhavya Srivastava, Religion World धर्म के युवा भाव से आप धीरे-धीरे परिचित हो रहे होंगे। धर्म सदियों से मानव के बीच प्रकृति की तरह स्थापित है और वो अचर से चर की यात्रा में आत्मा बनकर बहुत सारी प्रेरणाओं का स्रोत है। समय के हिसाब से धर्म ने अपना रूप-स्वरूप-भंगिमा और प्रासंगिक आचरणों को स्वीकार किया। कभी संप्रदायों के रूप में रहा हो तो कभी ग्रंथों के मध्य ज्ञान बनकर नैसर्गिकता… Continue reading युवा संतों की दशा-दिशा – भारत के नए धर्मगुरूओं की पड़ताल

 December 27, 2025