गैर मुस्लिमों के लिए कुरान पढ़ना-समझना हुआ आसान : हिंदी समेत 13 भाषाओं में डिजिटल वर्जन लॉन्च

गैर मुस्लिमों के लिए कुरान पढ़ना-समझना हुआ आसान : हिंदी समेत 13 भाषाओं में डिजिटल वर्जन लॉन्च

गैर मुस्लिमों के लिए कुरान पढ़नासमझना हुआ आसान : हिंदी समेत 13 भाषाओं में डिजिटल वर्जन लॉन्च

विभिन्न धर्मों के अध्ययन में रुचि रखने वालों और इन्हें पढ़नेसमझने की इच्छा रखने वालों के लिए डिजिटल कुरान की सौगात मिल गई है। राजस्थान की राजधानी जयपुर में डिजिटल कुरान लॉन्च की गई। फिल्म निर्मातानिर्देशक सरोश खान, राजस्थान के चीफ काजी खालिद उस्मानी और संस्कृत यूनिवर्सिटी के असिस्टेंट प्रोफेसर कौसलेंद्र दास ने कुरान का डिजिटल संस्करण जारी किया।   

13 भाषाओं में कुरान

डिजिटल वर्जन की मदद से कुरान को अब 13 भाषाओं में पढ़ा, सुना और समझा जा सकता है। डिजिटल संस्करण की मदद से कुरान की आयतों को उर्दू और अरबी के साथ ही हिंदी, अंग्रेजी, सिंधी, मराठी, गुजराती, पंजाबी, बंगाली, तमिल, तेलुगू और मलयालम समेत 13 भाषाओं में समझ सकतेहैं।

डिजिटल पेन से छूते ही बोल उठते हैं लफ्ज

डिजिटल कुरान के पन्नों में विशेष चिप लगी हुई है।किसी भी पन्ने पर कुरान की किसी भी आयत को डिजिटल पेन से छूते ही शब्द बोल उठते हैं और कुरान की आयतें सुनाई देने लगती हैं। इसके साथ ही अनुवाद भी शुरू हो जाता है।श्रोता अपनी भाषा के अनुसार विकल्प चुन सकते हैं और कुरान को सुन और समझ सकते हैं।

चीन में तैयार हुई है डिजिटल कुरान

निर्मातानिर्देशक सरोश खान ने चीन में इस डिजिटल कुरान को तैयार करवाकर दुबई सरकार से सर्टिफाई करवाया है। जल्द ही डिजिटल कुरान की कॉपियों का युवाओं, धर्माचार्यों और मुस्लिम स्कॉलर्स के बीच निशुल्क वितरण किया जाएगा।

कुरान को लेकर दूर होंगी भ्रांतियां

डिजिटल कुरान लॉन्च करते हुए उम्मीद जताई गई है कि इससे गैर मुस्लिम लोग भी कुरान को ना सिर्फ बेहतर ढंग से पढ़ और समझ सकेंगे बल्कि कुरान को लेकर भ्रांतियां भी दूर होंगी।

वेदों के डिजिटलाइजेशन पर भी काम

कुरान की तरह जल्द ही वेदों को भी उर्दू और दूसरी भाषाओं में सुन पाना संभव होगा।संस्कृत यूनिवर्सिटी के असिस्टेंट प्रोफेसर कौसलेंद्र दास के मुताबिक वेदों के डिजिटल ट्रांसलेशन पर भी काम हो रहा है।

रिपोर्टडॉ. देवेन्द्र शर्मा

ईमेल: sharmadev09@gmail.com

  

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