हिंसात्मक घटनाओं को रोकने के लिये संयुक्त राष्ट्र संघ में धार्मिक नेताओं की बैठक सम्पन्न
साध्वी भगवती सरस्वती जी ने शिखर बैठक में किया सहभाग
संयुक्त राष्ट्र संघ की बैठक में भारत की ओर से साध्वी भगवती सरस्वती जी ने किया प्रतिनिधित्व
ऋषिकेश, 15 जुलाई। हिंसात्मक घटनाओं को रोकने के लिये संयुक्त राष्ट्र संघ में धार्मिक नेताओं की बैठक सम्पन्न हुयी। इस बैठक में कार्य योजना बनाने का निर्णय लिया गया ताकि आपराधिक घटनाओं को समाप्त किया जा सके।
आज की यह शिखर बैठक इकोसेक चैम्बर (ई सी ओ एस ओ एस) में आयोजित की गयी। इस कार्यक्रम का आयोजन संयुक्त राष्ट्र संघ कार्यालय द्वारा जिनोसाइड प्रिवेन्शन रिसपन्सिबिलिटी विषय पर किंग अब्दुल्लाह बिन अब्दुल अजीज इंटरनेशनल सेन्टर फाॅर इंटररेलीजियस एंड इंटरकल्चर डायलाग (कायसीड) के सहयोग से किया गया। कार्यक्रम का उद्घाटन संयुक्त राष्ट्र संघ के महासचिव एन्टोनियो गुटेरेस द्वारा, श्री अडामा डेंग अन्डर सेक्रेटरी जनरल प्रिवेन्शन आफ जिनोसाइड के विशिष्ट सलाहकार एवं कायसीड डायलाग सेन्टर के महासचिव फैसल बिन मामर की उपस्थिति में किया गया। उद्घाटन समारोह के पश्चात जीवा की अन्तर्राष्ट्रीय महासचिव, डिवाईन शक्ति फाउण्डेशन की अध्यक्ष एवं परमार्थ निकेतन अन्तर्राष्ट्रीय योग महोत्सव की निर्देशक साध्वी भगवती सरस्वती जी ने संयुक्त राष्ट्र संघ के महासचिव एन्टोनियो गुटेरेस को इलायची की माला देकर सम्मानित करते हुये कहा, ’संयुक्त राष्ट्र संघ के महासचिव का नेतृत्व एवं दूरदृष्टि से संयुक्त राष्ट्र संघ में एकता की भावना को बढ़वा मिला है। सम्पूर्ण वैश्विक समुदाय एक होकर कार्य करने के लिये प्रतिबद्ध हो रहा है। वास्तव में एन्टोनियो गुटेरेस एक महान एवं हरित नेता है।’
संयुक्त राष्ट्र संघ के उपमहासचिव डाॅ अमिना मोहम्मद ने अपने सम्बोधन में विभिन्न धर्मो के धर्मगुरूओं को उनके द्वारा किये जाने वाले योगदान एवं प्रतिबद्धता के लिये धन्यवाद प्रेषित किया।