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अमेरिका में पहली बार वर्ल्ड हिंदू कांग्रेस : 80 देशों के 2500 प्रतिनिधि लेंगे हिस्सा

अमेरिका में पहली बार वर्ल्ड हिंदू कांग्रेस : 80 देशों के 2500 प्रतिनिधि लेंगे हिस्सा

अमेरिका के शिकागो में होने जा रहा है हिंदू धर्म का सबसे बड़ा आयोजन। विश्व हिंदू कांग्रेस नाम के इस आयोजन का उद्धाटन 7 सितंबर 2018 को होगा। 7 सितंबर को शुरू होने वाला ये कार्यक्रम 9 सितंबर को समाप्त होगा। 8-9 सितंबर को इसमें भारत के उपराष्ट्रपति वैंकेय्या नायडू मुख्य अतिथि होंगे अमेरिका के इतिहास में ये इस तरह का पहला आयोजन है जब पूरी दुनिया से हिंदू धर्म के जाने माने ज्ञाता एक जगह इक्टठा होकर सामयिक विषयों पर चर्चा करेंगे। 

विश्व हिंदू कांग्रेस एक ऐसा वैश्विक मंच है जहां हिंदुओं से जुडे विचारों को साझा करके कई क्षेत्रों में नैतिक, शैक्षणिक, आर्थिक और राजनैतिक समझ और विस्तार का विकास किया जाता है। चार साल में होने वाले इस आयोजन की पहली कड़ी 2014 में दिल्ली के अशोका होटल में आयोजित हुई थी। इस बार शिकागो के वेस्टिन होटल में तीन दिनों तक कई अहम विषयों पर 2500 प्रतिभागी विचार विमर्श कर समाज को नई दिशा देंगे।

दिल्ली में 2014 के विश्व हिंदू कांग्रेस के उद्घाटन का दृश्य

विश्व हिंदू परिषद के सहयोग से विश्व हिंदू कांग्रेस इस बार जिन प्रमुख हस्तियों को अपने इस महाआयोजन में जोड़ने में सफल रहा है, वे हैं आरएएसएस सरसंघचालक मोहन भागवत, सरकार्यवाह दत्तात्रेय होसबले, बौद्ध गुरु दलाई लामा, अखिल भारतीय गायत्री परिवार प्रमुख डॉ प्रणव पंड्या, हिंदू आध्यात्मिक गुरु श्रीश्री रविशंकर, जैन गुरू आचार्य लोकेश मुनि, अक्षयपात्रा प्रमुख मधु पंडित दास, आचार्य सभा के स्वामी परमात्मानंद, चिन्मया मिशन के स्वामी स्वरूपानंद, स्वामी विज्ञानानंद,  एफटीआईआई के चेयरमैन और अभिनेता अनुपम खेर, मोहनदास पाई, सोनल मानसिंह और लेखक अमीश त्रिपाठी और पद्मश्री डेविड फ्रॉले। इसके अलावा शिक्षा, व्यापार, धर्म और राजनीति जगत के कई प्रमुख चेहरे इसमें शिरकत करेंगे।

विश्व हिंदू कांग्रेस ने इस बार स्वामी विवेकानंद के 1893 के शिकागो दौरे की 125वीं वर्षगाँठ के अवसर को भी इस कार्यक्रम को भरपूर जगह दी है। जहां एक ओर सभी प्रतिभागियों को शिकागो ऑर्ट म्यूजियम में ले जाने की व्यवस्था है वहीं 9 सितंबर की शाम उपराष्ट्रपति वैंकेय्या नायडू उसी फुलरटन हॉल में अभिभाषण देंगे जहां 125 साल पहले स्वामी विवेकानंद ने पॉर्लियामेंट ऑफ वर्ल्ड रिलीजंस को संबोधित किया था।

तीन दिन के पूरे कार्यक्रम को कई सेशंस में विभाजित किया गया है। कार्यक्रम की विधिवत शुरुआत वैसे तो 7 सितंबर को सुबह 930 बजे होगी लेकिन, 6 सितंबर की शाम को सभी गणमान्य अतिथियों के लिए एक सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया है जिसे कविता कृष्णमूर्ति और एल सुब्रमणियम करेंगे। कार्यक्रम में एक साथ आर्थिक, महिला, युवा, शिक्षा, मीडिया और राजनैतिक विमर्श के लिए सेशंस जारी रहेंगे जो रोजाना 2-330 बजे और 4.15 से 530 बजे तक होंगे।

अमेरिका की धरती पर इस तरह के होने वाले पहले आयोजन को लेकर कई संस्थाएं उत्साहित है। आयोजकों के अनुसार इस कार्यक्रम के सारी मेम्बरशिप फुल हो चुकी है। जाहिर है हिंदू सोच और समझ वाले संगठनों और व्यक्तियों के लिए ये एक अवसर है, जहां वे विश्व को अपनी बौद्धकिता और एकजुटता को एक मंच पर दिखा सकेंगे।

Post By Religion World