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OM Meditation : क्या है ॐ ध्यान (मेडिटेशन) और उसके लाभ

OM Meditation : क्या है ॐ ध्यान (मेडिटेशन) और उसके लाभ

इस मेडिटेशन को मंत्र ध्यान भी कहा जाता है. हिन्दू धर्म में ॐ शब्द का काफी महत्व माना गया है. कहा जाता है की ॐ का उच्चारण मात्र से ही मन में शांती और एकाग्रता आती है.

आध्यात्मिक संबंध :-

हिंदू पौराणिक कथाओं के अनुसार, ओम या ओमकार; ब्रह्मा (निर्माता) , विष्णु ( रक्षक ) और शिव ( मुक्तिदाता ) का प्रतीक है. “ओम ” के जप हमारे भीतर परमात्मा की दैवी ऊर्जा (शक्ति) विकसित होती है. ॐ की ध्वनि को बीजमंत्र या ब्रह्मांड की पहली आवाज है कि माना जाता है. इसलिए इस मन्त्र का जाप कर हम प्रकृति के साथ एक हो जाते हैं.

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कैसे करे ॐ मेडिटेशन – Methods of OM Meditation

1. ॐ मेडिटेशन करने के लिए सूर्योदय से पहले उठे और नित्यक्रिया, स्नान आदि कर लें.
2. किसी साफ व शांतिपूर्ण स्थान पर चटाई या साफ कपडे को बिछाकर सुखासन की स्थिती में बैठ जाए.
3. अब आंखे बंद करके मन एकाग्र करते हुए ॐ शब्द का उच्चारण करे.
4. शुरुआत में कुछ समय धीरे धीरे करें और फिर समय बढाए.
5. इसे करने के बाद आपको शांति महसूस होगी और तनाव से छुटकारा मिलेगा.

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क्या है ॐ ध्यान के लाभ: –

आम धारणा के विपरीत , ओम का जाप जरूरी नहीं कि एक धार्मिक प्रतीक हो . संक्षेप में, यह एक एक बुनियादी ध्वनि है, जो मानव शरीर में कुछ कंपन पैदा करता है.ओ – की ध्वनि से पेट में उ – की ध्वनि से सीने में और म – से नासिका में कम्पन पैदा होती हैं.कुछ लोगों मानना है की ओम का जाप एकाग्रता में सुधार लाता ​​है . शायद पहली बार मन अस्थिर हो, लेकिन नियमित रूप से जप से ध्यान केंद्रित किया जा सकता है. ध्यान केंद्रित करने से तनाव और बेचैनी कम कर सकते हैं.कुछ चिकित्सा निष्कर्षों के अनुसार इस मन्त्र के जाप से रक्तचाप को कम करने में मदद मिलेगी और दिल के स्वास्थ्य में सुधार कर सकते हैं.इस ध्यान के लिए हर दिन समय निश्चित करने पर शांति की भावना महसूस होगी. यह दैनिक दिनचर्या में फसे लोगो के लिए लाभकारक है और उदासी से बच सकते है.कई योग कक्षाओं में अक्सर ओम के मंत्र के साथ शुरू किय जाता है. किसी भी व्यायाम से पहले अगर ध्यान केंद्रित है, तो शरीर की गतिविधिया बेहतर बन सकती है.कमलासन में बैठने से आसन में सुधार और रीढ़ संरेखण में सुधार हो सकता है।

Post By Shweta