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“वसुधैव कुटुम्बकम्” अहमदबाद में : गुजरात के राज्यपाल श्री कोहली ने किया उदघाटन

“वसुधैव कुटुम्बकम्” अहमदबाद में : गुजरात के राज्यपाल श्री कोहली ने किया उदघाटन

भारतीय संस्कृति को अपनाने से विश्व शांति और एकता संभव – राज्यपाल श्री कोहली

पर्यावरण और वैचारिक प्रदूषण दोनों को ख़त्म करना आवश्यक – आचार्य लोकेश

गुजरात के राज्यपाल महामहिम श्री ओ.पी. कोहली ने अहिंसा विश्व भारती, इंटरनॅशनल सिद्धाश्रम शक्ति पीठ, के संयुक्त प्रयासों से विश्व शांति व सद्भावना की स्थापना के उद्देश्य से ‘वासुधैव कुटुम्बकम्’ ‘विश्व एक परिवार’ कार्यक्रम  का उदघाटन अहमदाबाद में गुजरात विश्विद्यालय कोंवेंशन सेंटर में किया। अहिंसा विश्व भारती के संस्थापक एवं प्रख्यात जैन आचार्य डा. लोकेश मुनि, इंटरनॅशनल सिद्धाश्रम शक्ति पीठ के संस्थापक श्री राजराजेश्वर गुरु जी एवं भैयुजी महाराज के सान्निध्य में आयोजित कार्यक्रम में ब्रिटेन से पधारे पूर्वी लन्दन से सांसद एवं आल पार्टी पार्लियामेंटरी ग्रुप के चेयरमैन श्री बॉब ब्लैकमैन, क्वीन के प्रतिनिधि एवं हैरो लन्दन के पुलिस कमांडेंट श्री साइमन ओवेन्स, ब्रेंट लन्दन के मेयर काउंसलर भगवान जी चौहान हैरो के पूर्व मेयर अजय मारू, गुजरात सरकार के मंत्रियों एवं विभिन्न धर्मों के संतों ने भाग लिया।

राज्यपाल श्री कोहली ने वासुधैव कुटुम्बकम् कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि भारत में पारिवारिक मर्यादा और आदर्श परम्परागत है, भारत कृषि प्रधान देश है और संयुक्त परिवार की परंपरा आज भी यहाँ जीवित है। ‘सारा विश्व एक परिवार’ की रचना भारतीय विचारधारा से निश्चित रूप से हांसिल की जा सकती है | ब्रिटेन के दिग्गज भारत भूमि पर आकर इस परंपरा का हिस्सा बन रहे है और इस परंपरा को विश्व के जनमानस तक ले जायेगे ऐसे प्रयास के लिए मैं आचार्य लोकेश मुनि एवं श्री राज राजेश्वर जी के विचार का अभिनन्दन करता हूँ। आचार्य लोकेश मुनि निरंतर भारतीय संस्कृति के संरक्षण एवं संवर्धन के लिए प्रयासरत रहते है यह बेहद प्रशंसनीय है।

अहिंसा विश्व भारती के संस्थापक आचार्य लोकेश ने कहा कि आचार्य लोकेश ने कहा कि पर्यावरण प्रदूषण से वैचारिक प्रदूषण ज्यादा खतरनाक है, दोनों को ख़त्म करना आवश्यक है। हमें अपने अस्तित्व व विचारों के साथ दूसरों के अस्तित्व व विचारों का भी  सम्मान करना चाहिए। धर्म को शासन और समाज से अलग नहीं किया जा सकता। धर्म के क्षेत्र में हिंसा, घृणा, नफरत का कोई स्थान नहीं | सभी धर्म मानवता की शिक्षा देते है। विकास के लिए शांति आवश्यक है और सर्व धर्म सद्भाव से ही ‘वासुदेव कुटुम्बकम’ और विश्व शांति की स्थापना हो सकती है। 

पूर्वी लन्दन के सांसद श्री बॉब ब्लैकमैन ने कहा कि भारत के विभिन्न हिस्सों में जाकर हमें भारतीय संस्कृति और परंपरा को देखने का अवसर मिला | हमारा प्रयास रहेगा कि भारत की अनेकता में एकता की संस्कृति को विश्व के कोने कोने में ले जाकर इसे वैश्विक एकता का माध्यम बनाये। आचार्य लोकेश मुनि 25 फरवरी से 7 मार्च तक यूरोप में विश्व शांति व सद्भावना यात्रा पर रहेंगे। इस दौरान अंतरधार्मिक सम्मेलन के साथ अनेक प्रभावशाली मंचों से वो विश्व शांति का सन्देश देंगे। 

क्वीन के प्रतिनिधि एवं हैरो लन्दन के पुलिस कमांडेंट श्री साइमन ओवेन्स ने कहा कि मैं विश्व शांति के प्रयासों का हिस्सा बना यह आचार्य लोकेश मुनि एवं राजराजेश्वर गुरुजी की प्रेरणा है।  हम मानवता को हिंसा से मुक्त करने में महत्वपूर्ण योगदान देंगे इसी उद्देश्य से विश्व शांति और एकता यात्रा का आयोजन हुआ है। 

श्री राजराजेश्वर जी ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि भारतीय संस्कृति वैश्विकता एकता और मानवीय मूल्यों को उजागर करने में एक महत्पूर्ण भूमिका निभा सकती है। जरुरत है इस संस्कृति के व्यवहारिक रूप को विश्व के कोने कोने में ले जाने की | भारत और ब्रिटेन के नीति निर्धारकों एवं धार्मिक संतों के एकजुट होकर विश्व शांति की स्थापना में महत्वपूर्ण योगदान दे सकते है। इस अवसर पर ब्रेंट लन्दन के मेयर काउंसलर भगवान जी चौहान हैरो के पूर्व मेयर अजय मारू एवं विभिन्न धर्मों के संतों ने अपने विचार व्यक्त किये।  कार्यक्रम के दौरान बालक एवं बालिकाओं ने सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किया।

Post By Religion World