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ऑनलाइन योग: जानिये ऑनलाइन योग के दौरान क्या करें और क्या ना करें

ऑनलाइन योग का अपना ही महत्व है. कोरोना काल के दौरान लोगों ने तेज़ी से इसे अपनी जीवनशैली में आत्मसत्त कर लिया है. दरअसल शारीरिक और मानसिक उपचार योग के सबसे अधिक ज्ञात लाभों में से एक है. यह इतना प्रभावी इसलिए है क्योंकि यह सद्भाव और एकीकरण के सिद्धांतों पर काम करता है.



आजकल सब कुछ ऑनलाइन हो चला है और योग भी इससे अछूता नहीं है.  तो चलिए आज हम इस लेख के जरिए ऑनलाइन योग से जुड़ी जानकारी देंगे जो आपको ऑनलाइन योग के दौरान काफी काम आएँगी.

ऑनलाइन योग के लाभ

ऑनलाइन योग सीखाने के लिए बहुत सारी हिंदी और अंग्रेजी साइटें हैं जिनके माध्यम से आप योग सीख सकते हैं. इन साइटों पर ऑडियो-वीडियो द्वारा योग सिखाया जाता है.

इस माध्यम से भी लोग वही फायदे ले सकते हैं जो उन्हें योग शिविर से मिलता है. ऑनलाइन योग की लोकप्रियता का कारण यही है कि लोग अब योग शिविरों में जाना पसंद नहीं करते. घर बैठे फायदा लेना सबको अच्छा लगता है इसलिए लोग ऑनलाइन योग की ओर आकर्षित हो रहे हैं.

ऑनलाइन योग में यह करें

ऑनलाइन योग: जानिये ऑनलाइन योग के दौरान क्या करें और क्या ना करें

यदि आप पहली बार ऑनलाइन योगाभ्यास करने जा रहे हैं तो थोड़ी सावधानी बरतने की ज़रूरत है.इस दौरान कई बातों का ध्यान रखना होगा.अपने योगाभ्यास को धैर्य और दृढ़ता के साथ करें.

कोशिश करें कि योग के दौरान अपने शरीर में लचीलापन लाएं क्योंकि अगर यह कम है तो आपको शुरुआत में अधिकतर आसन करने में कठिनाई हो सकती है.

अगर आप पहले-पहले आसन ठीक से नहीं कर पा रहे हों तो चिंता ना करें. सभी आसान को दोहराएं. इससे जिन मांसपेशियों और जोड़ों में खिंचाव कम है, वह सब धीरे-धीरे लचीले हो जाएँगे.

अपने शरीर के साथ जल्दबाज़ी या ज़बरदस्ती बिल्कुल ना करें. शुरुआत में आप सिर्फ़ वही आसन कर सकते हैं जो आप आसानी से कर पायें. बस इतना ध्यान रखें की आपकी श्वास लयबद्ध हो.

शुरुआत में हमेशा दो आसन के बीच कुछ सेकंड के लिए आराम करें. दो आसन के बीच में विश्राम की अवधि अपनी शारीरिक ज़रूरत के हिसाब से तय कर लें. धीरे धीरे समय के साथ यह अवधि कम कर लें.

यह भी पढ़ें-योग का उद्देश्य: जानिये आज की जीवन शैली में योग क्यों ज़रूरी

यह न करें

ध्यान रहे कि अगर आप गर्भावस्था के दौरान योग कर रही हैं तो किसी गुरु की देखरेख में करें तो बेहतर होगा.

10 वर्ष की आयु से कम के बच्चों को ज़्यादा मुश्किल आसन ना करायें और हो सके तो किसी गुरु के निर्देशन में ही योग करें.



इस दौरान ख़ान-पान में संयम बरते समय से खाएं-पीए. नींद ज़रूर पूरी लें, शरीर को व्यायाम और पौष्टिक आहार के साथ विश्राम की भी जरूरत होती है इसलिए समय से सोए.

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Post By Shweta