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नमामि गंगे और गंगा एक्शन परिवार मिलकर कुम्भ मेला के दौरान करेंगे स्वच्छता के लिये जागरण

नमामि गंगे और गंगा एक्शन परिवार मिलकर कुम्भ मेला के दौरान करेंगे स्वच्छता के लिये जागरण

  • स्वामी चिदानन्द सरस्वती जी महाराज और नमामि गंगे के सामाजिक एवं संचार विशेषज्ञों से हुई चर्चा
  • स्वच्छता है तो स्वास्थ्य है; स्वास्थ्य है तो जीवन में आनन्द है- स्वामी चिदानन्द सरस्वती

18 मार्च, ऋषिकेश। परमार्थ निकेतन में परमार्थ निकेतन के परमाध्यक्ष एवं  गंगा एक्शन परिवार के प्रणेता स्वामी चिदानन्द सरस्वती जी महाराज और नमामि गंगे के सामाजिक एवं संचार विशेषज्ञ, भारत सरकार मोहद नाजीब अहमद जी से स्वच्छ भारत अभियान एवं स्वच्छता पर विश्द चर्चा हुई। चर्चा में हाल ही में परमार्थ निकेतन में सम्पन्न ’राष्ट्रीय गंगा शिखर सम्मेलन’ सफलता तथा गंगा प्रहरियों एवं गंगा प्रेमियों की भागीदारी के विषयों पर विचार विमर्श हुआ।

स्वामी जी महाराज ने कहा कि कुम्भ मेला के दौरान स्वच्छता के लिये जन सहभागिता एवं जन जागरण हेतु लोगों को जोड़ना, जगाना एवं स्वच्छता संवाद सम्प्रेषित कर उन्हें प्रेरित करना। कुम्भ मेला एक ऐसा आयोजन है जिसमें लगभग दस करोड़ लोग भारत ही नहीं पूरे विश्व से आते है। इसके माध्यम से गावों से लेकर शहरों तक, हर घर से प्रत्येक व्यक्ति तक स्वच्छता का संदेश पहुंचाया जा सकता है ताकि पूरा भारत आदरणीय यशस्वी और तपस्वी प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी द्वारा संचालित स्वच्छ भारत मिशन से हर गावं, हर घर और हर व्यक्ति को जोड़ा जा सके तथा उनके स्वप्न को साकार कर सके। साथ ही स्वच्छता का संदेश भारत के प्रत्येक घर और प्रत्येक व्यक्ति तक पहुंचाया जा सके है।
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Photo : https://www.hindustantimes.com
स्वामी जी ने कहा कि स्वच्छता है तो स्वास्थ्य है; स्वास्थ्य है तो जीवन में आनन्द है इस सब के लिये स्वच्छ भारत मिशन को मुख्यता देते हुये सभी संतों; महापुरूषों; संस्थाओं एवं पूरे समाज के साथ मिलकर कार्य करने के लिये योजना बनाने पर विचार किया गया। स्वामी जी ने कहा कि जल की निर्मलता और स्वच्छता की समस्या केवल गंगा की ही नहीं बल्कि भारत की अन्य सभी नदियों की है। पहले यमुना का जल पूरे बारह माह दिल्ली पहुंचता था परन्तु वर्तमान समय में पर्याप्त जल दिल्ली नहीं पहुंच पा रहा है जिससे यमुना सहित अन्य नदियों में पलने वाली मछलियाँ एवं कछुयें मर रहे हैें; तीर्थयात्रियों को स्नान के लिये जल नहीं मिल पा रहा है; भूजल स्तर गिरता जा रहा है जिससे स्थिति भयावह हो सकती है इसके समाधान के लिये मिलकर कार्य करने की जरूरत है।
नमामि गंगे के विशेषज्ञों ने परमार्थ निकेतन में सम्पन्न ’राष्ट्रीय गंगा शिखर सम्मेलन’ की सफलता के लिये पूज्य स्वामी जी महाराज को धन्यवाद दिया। वे परमार्थ निकेतन की शुद्धता, स्वच्छता और यहां का निर्मल जल देखकर बेहद प्रभावित हुये, उन्होने कहा कि शिखर सम्मेलन तो कहीं भी हो सकता है परन्तु परमार्थ निकेतन के गंगा तट पर होना विलक्षण अनुभव था और इसके परिणाम भी बेहद सुखद होगे।

गंगा पखवाडा में परमार्थ निकेतन के ऋषिकुमार और आचार्य पूूज्य स्वामी चिदानन्द सरस्वती जी महाराज के मार्गदर्शन में 15 दिनों तक राजाजी नेशनल पार्क क्षेत्र में स्वच्छता अभियान चलाया जायेगा ताकि स्वच्छ भारत मिशन को सफल बनाया जा सके। स्वामी जी महाराज ने नमामि गंगे के विशेषज्ञों को पर्यावरण का प्रतीक रूद्राक्ष का पौधा भेंट किया। सभी ने मिलकर स्वच्छता की यात्रा को आगे बढ़ाने का संकल्प लिया।

Post By Religion World