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होली 2020: जानिए शादी के बाद लड़की की पहली होली क्यों होती है अपने मायके में

होली का पर्व हर्ष और उल्लास का पर्व माना जाता है, होली के इस मौके पर नविवाहित लड़कियां अपने मायके जाती हैं और वहीं पर होली का त्योहार मनाती है,लेकिन ऐसा करने के पीछे क्या कारण शास्त्रों में दिया गया है आइए जानते हैं…

होली का त्योहार हिंदू धर्म का एक प्रमुख त्योहार माना जाता है, जिस पर कई पंरपराओं को निभाया जाता है, होली के इस मौके पर नवविवाहित लड़कियां अपने मायके जाकर पहली होली मनाती है, लेकिन क्या आप जानते हैं इसके पीछे का कारण क्या है अगर नहीं तो हम आपको इसके बारे में बताएंगे तो चलिए जानते हैं शादी के बाद लड़की की पहली होली क्यों होती है अपने मायके में…



 पहली होली मायके में मनाने की परम्परा 

मायके की पहली होली

लड़की क्यों मनाती है पहली होली अपने मायके में भारत देश त्योहारों का देश माना जाता है। इस देश में हर त्योहार मनाने की परंपरा के पीछे कोई न कोई कारण अवश्य ही छिपा रहता है। होली का त्योहार हिंदू धर्म में सबसे महत्वपूर्ण त्योहारों में से एक माना जाता है। इस त्योहार को बुराई पर अच्छाई की जीत के रूप में मनाया जाता है। होली का यह त्योहार दो दिनों तक मनाया जाता है। होली की तैयारीयां फाल्गुन मास के शुरू होते ही होने लगती है। इस त्योहार पर कई परंपराओं को निभाया जाता है।इसी में से एक पंरपरा है नवविवाहित दुल्हन का अपनी पहली होली पर मायके जाना। होली के मौके पर सभी नई दुल्हन अपनी पहली होली अपने मायके में ही मनाती है। इस परंपरा को सालों से निभाया जा रहा है।होली के मौके पर नवविवाहित लड़की एक महीने या पंद्रह दिन पहले ही अपने मायके चली जाती है और वहीं पर अपनी पहली होली मनाती है। माना जाता है कि शादी के बाद पहली होली पिहर में खेलने से एक नवविवाहिता का जीवन सुखमय और सौहार्द पूर्ण बीतता है। इसके साथ ही कुछ जगहों पर यह रिवाज इसलिए भी है कि शादी के बाद मायके में होली और पति से दूरी उनके बीच के प्रेम को और भी ज्यादा बढ़ा देता है।

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क्या कहते हैं शास्त्र

वहीं यदि शास्त्रों की माने तो पहली होली सास और बहु एक साथ कभी नहीं देखती। क्योंकि सास और नई बहु का एक साथ होली को जलते देखना अशुभ माना जाता है। जिसका असर घर के लोगों पर पड़ता है। इतना ही कुछ विद्वानों का तो यह भी मत की यदि कोई सास और नविवाहित बहु एक साथ होली को जलता हुआ देखती है तो उनमें से किसी एक की मृत्यु भी हो सकती है। इसी कारण से पहली होली पर नवविवाहित लड़की अपने मायके जाकर ही पहली होली खेलती है।पति और पत्नी के बीच इस अहसास को बढ़ाने के लिए मायके में पहली होली मनाने की रस्म शुरू की गई थी।यदि कुछ विद्वानों की माने तो मायके में पहली होली मनाना एक परंपरा है। होली के मौके पर लड़की पहले ही अपने मायके चली जाती है और पति होली वाले दिन अपने ससुराल आता है और अपनी पत्नी और सालियों के साथ होली खेलता है। जिसकी वजह से पति और पत्नी के बीच में आपसी संबंध और प्यार बढ़ता है।


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Post By Shweta