Post Image

हरिद्वार कुंभ: 4 अप्रैल को निकलेगी श्री पंचायती अखाड़ा बड़ा उदासीन निर्वाण की पेशवाई

हरिद्वार, 2 अप्रैल; 1 अप्रैल से कुम्भ का आगाज़ हो चुका है. ऐसे में धर्म ध्वजाओं और पेशवाईयों का सिलसिला फिर से शुरू होने जा रहा है. दो अप्रैल को श्री पंचायती अखाड़ा बड़ा उदासीन निर्वाण की धर्मध्वजा फहराई जाएगी और चार अप्रैल को पेशवाई निकलेगी. अभी तक सात संन्यासी अखाड़ों की पेशवाईयां निकाली जा चुकी हैं. अब उदासीन, बैरागी और निर्मल अखाड़े की पेशवाई निकलनी है. पेशवाई का रूट भी निर्धारित कर दिया गया है. कुंभ मेला पुलिस प्रशासन ने पेशवाई में सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम करने को कमर कस ली है.

कहां से निकलेगी पेशवाई

श्री पंचायती अखाड़ा बड़ा उदासीन निर्वाण की उत्तरी हरिद्वार से निकलने वाली भव्य पेशवाई मध्य हरिद्वार में दस्तक नहीं देगी, बल्कि हरकी पैड़ी से कनखल होते हुए अपनी छावनी में प्रवेश करेगी.

पेशवाई सुबह आठ बजे दूधाधारी चौक से प्रारंभ होगी. यहां से पेशवाई खड़खड़ी, भीमगोडा, हरकी पैड़ी, अपर रोड, कोतवाली, शिव मूर्ति चौक से होते हुए तुलसी चौक, डामकोठी चौक, शंकराचार्य चौक पहुंचेगी.

यहां से बंगाली मोड़, पहाड़ी बाजार, झंडा चौक, होली चौक होते हुए दक्ष रोड स्थित अपनी छावनी में प्रवेश करेगी.

यह भी पढ़ें-हरिद्वार कुम्भ मेले में सभी व्यवस्थाएं पुख्ता : मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत

पेशवाई में ये होंगे शामिल

पेशवाई में 90 से अधिक ट्रैक्टर ट्रॉलियां, 17 बैंड, 10 ऊंट और आठ घोड़े शामिल रहेंगे. विभिन्न झांकियां भी पेशवाई के आकर्षण का केंद्र रहेगी.

अन्य अखाड़ों की पेशवाईयां

आइजी कुंभ मेला संजय गुंज्याल ने बताया कि चार अप्रैल के बाद अन्य अखाड़ों की पेशवाईयां निकलेंगी. पेशवाई के दौरान पर्याप्त संख्या में पुलिस बल की तैनाती रहेगी. आवश्यकता पड़ने पर ही यातायात डायवर्ट किया जाएगा.

अप्रैल में अखाड़ों की धर्म ध्वजा व पेशवाईयां

अखाड़े –                             धर्मध्वजा –                   पेशवाई
बड़ा उदासीन अखाड़ा:         2 अप्रैल                     4 अप्रैल
नया उदासीन अखाड़ा:         3 अप्रैल                      5 अप्रैल
निर्मल अखाड़ा:                    10 अप्रैल                    9 अप्रैल
निर्मोही आणि अखाड़ा:        2 अप्रैल                       6 अप्रैल
दिगंबर आणि अखाड़ा:         2 अप्रैल                       6 अप्रैल
निर्वाणी आणि अखाड़ा:         2 अप्रैल                      6 अप्रैल

Post By Shweta