दक्षिण भारत की शक्तिपीठ मसानी अम्मन: स्वास्थ्य, धन और सुरक्षा की देवी
दक्षिण भारत की भूमि प्राचीन देवी-उपासना की समृद्ध परंपरा के लिए जानी जाती है। तमिलनाडु, केरल और कर्नाटक के अनेक गाँवों और नगरों में ग्राम देवी के रूप में पूजी जाने वाली शक्तियाँ आज भी जन-जीवन से गहराई से जुड़ी हैं। इन्हीं में एक अत्यंत श्रद्धेय और लोकआस्था से जुड़ी देवी हैं मसानी अम्मन, जिन्हें स्वास्थ्य, धन और सुरक्षा की देवी माना जाता है। मसानी अम्मन केवल एक मंदिर की देवी नहीं, बल्कि आम जन की रक्षक और संकटमोचक शक्ति के रूप में पूजी जाती हैं।
मसानी अम्मन का स्वरूप और पहचान
मसानी अम्मन को दक्षिण भारत में एक उग्र लेकिन करुणामयी देवी के रूप में देखा जाता है। उनका स्वरूप पारंपरिक शक्तिपीठों से भिन्न है। कई स्थानों पर देवी लेटी हुई मुद्रा में विराजमान होती हैं, जो यह दर्शाता है कि वे हर पीड़ा और संकट को अपने ऊपर लेकर भक्तों की रक्षा करती हैं। लोक मान्यता है कि देवी मसानी अम्मन अन्याय के विरुद्ध तुरंत न्याय करती हैं और सच्चे मन से की गई प्रार्थना कभी व्यर्थ नहीं जाती।
स्वास्थ्य की देवी के रूप में आस्था
मसानी अम्मन को विशेष रूप से स्वास्थ्य से जुड़ी समस्याओं के लिए पूजनीय माना जाता है। दक्षिण भारत में आज भी लोग गंभीर रोग, मानसिक तनाव और दीर्घकालीन बीमारियों से मुक्ति के लिए देवी के दरबार में आते हैं। माना जाता है कि देवी की उपासना से नकारात्मक शक्तियाँ दूर होती हैं और शरीर के साथ-साथ मन को भी शांति मिलती है। यही कारण है कि ग्रामीण क्षेत्रों में मसानी अम्मन को “रोग निवारिणी शक्ति” के रूप में याद किया जाता है।
धन और समृद्धि से जुड़ा विश्वास
मसानी अम्मन केवल रोगों से मुक्ति देने वाली देवी ही नहीं, बल्कि आर्थिक संकट दूर करने वाली शक्ति भी मानी जाती हैं। व्यापार में नुकसान, नौकरी में रुकावट या पारिवारिक आर्थिक तनाव—ऐसे समय में भक्त देवी से सहायता की कामना करते हैं। लोक परंपराओं में यह विश्वास गहरा है कि देवी अपने भक्तों को खाली हाथ नहीं लौटातीं। सच्ची श्रद्धा और संयम के साथ की गई पूजा जीवन में स्थिरता और समृद्धि लाती है।
सुरक्षा और न्याय की देवी
मसानी अम्मन को विशेष रूप से सुरक्षा और न्याय की देवी माना जाता है। ग्रामीण समाज में उन्हें अन्याय के विरुद्ध खड़े होने वाली शक्ति के रूप में पूजा जाता है। कहा जाता है कि जो व्यक्ति सच्चा है, उसके साथ देवी स्वयं खड़ी होती हैं। चोरी, धोखा, भय या शत्रु से रक्षा के लिए भी देवी की आराधना की जाती है। इसीलिए मसानी अम्मन का मंदिर केवल पूजा स्थल नहीं, बल्कि विश्वास और न्याय का केंद्र बन गया है।
लोक परंपरा और सामाजिक जुड़ाव
मसानी अम्मन की पूजा में लोक संस्कृति की झलक स्पष्ट दिखाई देती है। यहाँ भव्य अनुष्ठानों से अधिक सरलता और सच्ची भावना को महत्व दिया जाता है। वार्षिक उत्सवों, ग्राम मेलों और सामूहिक प्रार्थनाओं के माध्यम से देवी समाज को जोड़ने का कार्य करती हैं। यह पूजा परंपरा यह सिखाती है कि धर्म केवल व्यक्तिगत नहीं, बल्कि सामाजिक संतुलन का भी माध्यम है।
आधुनिक समय में मसानी अम्मन की प्रासंगिकता
आज के तनावपूर्ण और असुरक्षित जीवन में मसानी अम्मन जैसी लोक देवियाँ लोगों को मानसिक बल प्रदान करती हैं। जब चिकित्सा, कानून और व्यवस्था सीमित महसूस होती है, तब आस्था मनुष्य को संबल देती है। मसानी अम्मन की पूजा हमें यह याद दिलाती है कि विश्वास, अनुशासन और सकारात्मक सोच जीवन की बड़ी समस्याओं को भी हल करने की शक्ति रखते हैं।
दक्षिण भारत की शक्तिपीठ मसानी अम्मन केवल धार्मिक आस्था का विषय नहीं, बल्कि जनजीवन की सुरक्षा, स्वास्थ्य और समृद्धि से जुड़ी देवी हैं। उनकी उपासना यह संदेश देती है कि शक्ति का वास्तविक रूप करुणा, न्याय और संरक्षण में निहित होता है। आज भी मसानी अम्मन का नाम सुनते ही भक्तों के मन में भरोसा जागता है—कि कोई शक्ति है, जो संकट में साथ खड़ी है।
~ रिलीजन वर्ल्ड ब्यूरो








