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इन आयुर्वेदिक टिप्स से बनाइये अपने लिवर को स्वस्थ और सुरक्षित

इन आयुर्वेदिक टिप्स से बनाइये अपने लिवर को स्वस्थ और सुरक्षित

लिवर हमारी बॉडी का सबसे अहम अंग है और हमारे डाइजेशन में इसकी अहम भूमिका होती है. यह हमारी बॉडी के लिए कई महत्वपूर्ण काम करता है, जैसे बॉडी में मौजूद टॉक्सिन को बाहर निकालता है. इसलिए लिवर को स्वस्थ रखने के लिए  हर संभव प्रयास करने चाहिए. आजकल लगभग सभी को पेट से सम्बंधित कुछ न कुछ परेशानी लगी रहती है, यह परेशानी लिवर में गड़बड़ी के कारण अधिक होती हैं. लिवर सम्बंधित अन्य परेशानी जैसे फैटी लिवर, सूजन और लिवर में इंफेक्‍शन आदि हो जाता है.

अगर आपका खाना भी ठीक प्रकार से नहीं पच रहा हैं या पेट में किसी प्रकार की परेशानी आ रही हैं तो आपको समझ जाना चाहिए कि ये लिवर की खराबी के लक्षण हैं. और इसे अनदेखा करना आपके घातक साबित हो सकता हैं.

लिवर में समस्या के लक्षण

लिवर की खराबी के कई लक्षण हो सकते हैं. कुछ आम लक्षण हैं जैसे –

  • मुंह से स्‍मैल आना.
  • आंखों के नीचे काले धब्बे पड़ना.
  • पेट में हमेशा दर्द रहना.
  • भोजन का सही ढंग से नहीं पचना.
  • त्वचा पर सफ़ेद धब्बे पड़ना.
  • यूरीन या स्‍टूल का गहरा रंग.

लिवर की खराबी के कुछ अन्य भी लक्षण हो सकते हैं, जो टेस्‍ट के बाद ही पता चल पाते हैं.

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लिवर को हेल्‍दी रखने के आयुर्वेदिक टिप्‍स

स्वामी परमानन्द प्राकृतिक चिकित्सालय के आयुर्वेदिक चिकित्सक सुबोध भटनागर से जब इस विषय पर रिलिजन वर्ल्ड ने बात की तो उन्होंने लिवर को स्वस्थ बनाये रखने के लिए कुछ आयुर्वेदिक टिप्स दिए आइए जानें किन टिप्‍स की हेल्‍प से आप ऐसा कर सकते हैं-

  • रात को सोने से पहले दूध में हल्दी मिला कर पीयें क्योंकि हल्दी इम्‍यूनिटी बूस्‍टर होती हैं और यह हेपेटाइटिस बी व सी के कारण होने वाले वायरस को बढ़ने से रोकता हैं.इसके अलावा यह डायबिटीज, फैटी लिवर, इंसुलिन और मोटापे जैसी खतरनाक बीमारियों से भी आपकी हेल्‍प करती है.
  • एक गिलास पानी में एक चम्मच एप्‍पल साइडर सिरका एवं शहद मिला कर दिन में दो से तीन बार लें.यह बॉडी में मौजूद टॉक्सिन को निकालने में हेल्‍प करता हैं. जिससे आपका लिवर हेल्‍दी रहता है. खाना खाने से पहले सेब का सिरका पीने से फैट भी कम होता  है.
  • आंवला विटामिन सी का सबसे अच्छा स्रोत हैं यह liver को कार्यशील बनाने में हेल्प करता हैं.हेल्दी लिवर के लिए दिन में 4-5 आंवले का सेवन जरूर करना चाहिए.
  • प्रतिदिन दो चम्मच पपीते के रस में आधा चम्मच नींबू का जूस मिलकर पीयें इससे पेट सम्बंधित कई परेशानियों से निजात मिलती हैं, खासकर यह “लिवर सिरोसिस” में बेहद लाभकारी होता हैं.
  • पालक और गाजर के रस का मिश्रण “लिवर सिरोसिस” के लिए फायदेमंद घरेलू उपचार हैं.
  • सेब और हरी पत्तेदार सब्जियां डाइजेस्टिव में उपस्थित टॉक्सिन को बाहर निकलने में और लिवर को हेल्दी रखने में हेल्प करता हैं.
  • मुलेठी लिवर की बीमारियों जैसे हेपेटाइटिस और कैंसर को दूर करने में काफी हेल्प करती है.इसमें मौजूद केमिकल ग्लामइसाइरजिन लिवर को मजबूत बनाने का काम करता है. लिवर की बीमारियों के इलाज के लिए मुलेठी एक कारगर वैदिक औषधि है. मुलेठी की जड़ को पीसकर पाउडर बनाकर इसे उबलते पानी में डालें. फिर ठंड़ा होने पर साफ कपड़े से छान लें. इस चाय रुपी पानी को दिन में एक या दो बार पिएं.

डॉक्टर सुबोध भटनागर का कहना हैं कि ‘लिवर को सबसे ज्यादा प्रभावित बॉडी में मौजूद टॉक्सिन्स करते हैं. इसलिए लिवर का उपचार करने से पहले रोगी का ब्‍लड साफ होना जरूरी है ताकी लिवर पर जमे दूषित दोष नष्ट हो सके और लिवर का भार कम हो सके.’

Post By Religion World