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आचार्य लोकेश सैयदना कुतुबुद्दीन सद्भावना पुरस्कार से सम्मानित

आचार्य लोकेश सैयदना कुतुबुद्दीन सद्भावना पुरस्कार से सम्मानित

  • सर्वधर्म सद्भाव के क्षेत्र में आचार्य लोकेश का महत्वपूर्ण योगदान – केंद्रीय मंत्री
  • धार्मिक सद्भावना देश के विकास के लिए आवश्यक – आचार्य लोकेश
  • आचार्य लोकेश सर्वधर्म सद्भावना के प्रतीक पुरुष – सैयदना ताहिर  

अहिंसा विश्व भारती के के संस्थापक प्रख्यात जैनाचार्य डा. लोकेश मुनि को अहिंसा, शांति, धार्मिक सदभावना के क्षेत्र मे उल्लेखनीय योगदान के लिए सैयदना कुतुबुद्दीन सद्भाव पुरस्कार 2018 से महात्मा गांधी 150 वीं जयंती के अवसर पर मुंबई स्टॉक एक्सचेंज के ऑडिटोरियम में विशेष समारोह में पुरुस्कृत प्रदान किया गया। उल्लेखनीय है कि पिछले वर्ष परम पूज्य दलाई लामा को इस अवार्ड से सम्मानित किया गया था। दाऊदी बोहरा समुदाय के प्रमुख सैयदना ताहिर फखरुद्दीन साहेब ने पुरुस्कार करते हुए कहा कि आचार्य लोकेश ने विभिन्न धर्मों के संतों मे एकता कायम करने में महत्वपूर्ण योगदान दिया है, वें सर्वधर्म सद्भाव के प्रतीक हैं। उन्होंने गुजरात, मुज्जफ़रनगर, कैराना के दंगों, सच्चा सौदा डेरा एवं सिख समुदाय विवाद के बाद शांति सद्भावना कायम करने मे महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। इस अवसर पर केंद्रीय मंत्री श्री रामदास आठवले, महाराष्ट्र के मंत्री श्री राज के पुरोहित, विधायक एवं उद्योगपति मंगल प्रभात लोढ़ा उपस्थित थे।

आचार्य लोकेश ने इस अवसर पर कहा कि, “यह मेरा नहीं आध्यात्मिक और चारित्रिक मूल्यों का सम्मान है। यह अवार्ड मिलने के बाद अहिंसा, शांति, सद्भावना, समानता और सार्वभौमिक भाईचारे की दिशा में और अधिक कार्य  करने का दायित्व बोध महसूस हो रहा है। मैं यह सम्मान अपने कार्यकर्ताओं को समर्पित करता हूँ। धार्मिक सद्भावना देश के विकास के लिए बेहद आवश्यक है”।

केंद्रीय मंत्री श्री रामदास आठवले ने कहा कि धर्म ने समाज को एकसाथ रहना सिखाया है। आचार्य लोकेश ने विश्व शांति, सद्भावना एवं अंतर धार्मिक संवाद के क्षेत्र में मिसाल कायम की है। विश्व जनमानस के लिए वो एक आशा की किरण है जो विश्व के आतंकवाद, हिंसा और मनभेदों को ख़त्म करने के लिए सदैव प्रयासरत रहते हो।

महाराष्ट्र के मंत्री श्री राज के पुरोहित एवं विधायक श्री मंगल प्रभात लोढ़ा ने कहा कि धर्म के नाम पर किस प्रकार समाज को एकजुट किया जाए इसकी शिक्षा आचार्य लोकेश विश्व के कोने कोने मे जाकर देते है। समाज निर्माण कि दिशा में यह एक महत्वपूर्ण काम है।

मुंबई उच्च न्यायालय के वरिष्ठ वकील श्री फारुख मूंछवाला ने आचार्य लोकेश मुनि का परिचय प्रस्तुत करते हुये कहा कि आचार्य लोकेश ने विश्व शांति और सद्भावना की स्थापना के लिए सराहनीय प्रयास किये है। इसी कारण से उन्हे भारत सरकार द्वारा राष्ट्रीय साम्प्रदायिक सद्भाव पुरूस्कार, संयुक्त राष्ट्रसंघ में भारत गौरव अवार्ड व एम्बेसडर ऑफ़ पीस, लन्दन पार्लियामेंट में विश्व शांतिदूतकैलिफ़ोर्निया की असेम्बली में ‘की टू सिटी अवार्ड तथा गुलजारीलाल नन्दा राष्ट्रीय नैतिक पुरूस्कार से सम्मानित किया जा चुका है।

Post By Religion World