तुलसी को हिंदू धर्म में क्यों पूजनीय माना जाता है?
तुलसी का पौधा हमारे घरों में सिर्फ एक पौधा नहीं माना जाता, बल्कि इसे देवी तुलसी का स्वरूप माना जाता है। बचपन से हम सभी ने घरों में तुलसी की पूजा होते देखी है। हर सुबह लोग तुलसी में जल चढ़ाते हैं, दीपक लगाते हैं और उसकी परिक्रमा करते हैं। लेकिन आखिर तुलसी को इतना महत्व क्यों दिया गया है?
तुलसी का धार्मिक महत्व
हिंदू धर्म में तुलसी को बहुत ही पवित्र माना गया है। ऐसा कहा जाता है कि तुलसी माता भगवान विष्णु को बहुत प्रिय हैं। इसलिए जब भी कोई पूजा होती है, भगवान विष्णु को तुलसी पत्र चढ़ाना जरूरी माना जाता है। बिना तुलसी के उनका भोग अधूरा माना जाता है। कार्तिक मास में तुलसी विवाह का विशेष महत्व होता है, जिसमें तुलसी माता का विवाह भगवान शालिग्राम या विष्णु स्वरूप से कराया जाता है। इससे घर में सुख-समृद्धि और शांति आती है।
तुलसी का आध्यात्मिक और मानसिक प्रभाव
तुलसी के पौधे को घर में लगाने से वातावरण शुद्ध रहता है। माना जाता है कि तुलसी के पास बैठकर ध्यान करने से मन शांत होता है और नकारात्मक ऊर्जा दूर रहती है। तुलसी के पत्तों में औषधीय गुण भी होते हैं, जो स्वास्थ्य के लिए लाभकारी हैं। यही वजह है कि इसे केवल धार्मिक दृष्टि से ही नहीं, बल्कि जीवनशैली का हिस्सा भी माना जाता है।
घर में तुलसी का होना क्यों शुभ माना जाता है?
ऐसा कहा जाता है कि जिस घर में तुलसी का पौधा होता है वहां बुरी शक्तियाँ प्रवेश नहीं करतीं। तुलसी माता को लक्ष्मी माता का रूप भी माना गया है। इसलिए तुलसी का घर में होना समृद्धि और सौभाग्य का प्रतीक माना जाता है। रोज तुलसी की पूजा करने से घर का वातावरण सकारात्मक रहता है और परिवार के सदस्यों के बीच प्रेम और सामंजस्य बना रहता है।
तुलसी केवल एक पौधा नहीं, बल्कि आस्था, विश्वास और भारतीय परंपरा का प्रतीक है। इसकी पूजा करके हम न सिर्फ अपनी धार्मिक भावना को प्रकट करते हैं बल्कि अपने जीवन में शुद्धता और सकारात्मकता भी लाते हैं।
~ रिलीजन वर्ल्ड ब्यूरो