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दादी जानकी को डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम विश्व शांति पुरस्कार

दादी जानकी को डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम विश्व शांति पुरस्कार 

  • नारी उत्थान, समाजसेवा और विश्व में शांति के प्रयासों पर मिला सम्मान

आबू रोड, 24 फरवरी, निसं। नारी शक्ति की प्रतीक तथा स्वच्छ भारत मिशन की ब्रांड अम्बेसडर, विश्व की प्रथम मुख्य प्रशासिका 102 वर्षीय ब्रह्माकुमारीज संस्था की प्रमुख राजयोगिनी दादी जानकी के जीवन में एक और मोती जुड़ गये। दादी जानकी को नारी उत्थान, समाजसेवा तथा विश्व शांति के लिए किये गये श्रेष्ठ कार्यों के लिए डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम विश्व शांति पुरस्कार से नवाजा गया। यह पुरस्कार ब्रह्माकुमारीज संस्थान के शांतिवन परिसर डायमंड हॉल में आयोजित अंतरराष्ट्रीय महासम्मेलन में ऑल इंडिया काउंसिल ऑफ हृयूमन राइट्स के स्वतंत्रता व सामाजिक न्याय की टीम की ओर से काउंसिल के ग्लोबल चेयरमैन डॉ. एंथोनी राजू ने दादी को प्रदान किया। 

इस दौरान ग्लोबल चेयरमैन डॉ. एंथोनी ने कहा कि आज दादी को यह पुरस्कार देते हुए हम बहुत ही गौरवान्विंत महसूस कर रहे हैं। यह हमारा सौभाग्य है जो दादी को यह पुरस्कार देने का मौका मिला। दादी तो विश्व शांति की मसीहा हैं। दादीजी ने पूरे विश्व में महिलाओं को सशक्त कर शक्ति स्वरूप बनने का प्रयास किया है। इसके साथ ही सामाजिक उत्थान और विश्व शांति का प्रयास निसंदेह समाज को मार्गदर्शन का प्रयास करेगा। 

गौरतलब है कि प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्व विद्यालय की मुख्य प्रशासिका राजयोगिनी दादी जानकी दुनिया की पहली मुख्य प्रशासिका है जो 102 वर्ष में महिलाओं द्वारा संचालित अन्तर्राष्ट्रीय संस्थान का संचालन कर रही है। दादी ने दुनिया के 140 देशों में फैले 4500 सेवाकेन्द्रों के माध्यम से नये समाज की स्थापना का प्रयास कर रही है। करीब 46हजार से भी ज्यादा बहने इस संस्थान में समर्पित है। दादी को राष्ट्रीय तथा अन्तर्राष्ट्रीय पुरूस्कार से नवाजा जा चुका है। दादी बीस साल की उम्र में ही संस्था के सम्पर्क में आयी और आजीवन ईश्वरीय सेवा का संकल्प लिया। 

ये रहे उपस्थित: इस अवसर पर ब्रह्माकुमारीज संस्था के महासचिव बीके निर्वेर, सहारनपुर के जिला कलेक्टर केपी पांडेय, बिहार के प्रधान सचिव एसएम राजू, लोकसभा टीवी के सीईओ आशीष जोशी, बीके मुन्नी, बीके मृत्युंजय समेत कई लोग उपस्थित थे। 

ग्रेसी सिंह ने कार्यक्रम को बनाया खास: जब नारी के सम्मान की बात आयी तो लगान, मुन्नाभाई एमबीबीएस और गंगाजल में अपने अभिनय का जलवा विखेर चुकी फिल्म अभिनेत्री ग्रेसी सिंह ने सांस्कृतिक प्रस्तुतियों से समा बांध दिया। इसके साथ ही कहा कि दादी जानकी के जीवन में हमें खासा प्रभावित किया है। जिससे हम आज अपने जीवन को फिल्म लाईन में भी संयमित और आध्यात्मिकता के सहारे जीवन को संवार रहे हैं। इसके साथ मराठी फिल्म अभिनेत्री वर्षा उसगॉंवकर ने भी अपनी शुभकामनाएं दी।  

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Post By Religion World